India ने बढ़ाया मदद का हाथ
म्यांमार में हाल ही में आए भयंकर भूकंप और उसके बाद की स्थिति ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इस मुश्किल घड़ी में भारत ने एक बार फिर अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति का परिचय देते हुए मानवीय सहायता भेजी है। भारत ने म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेजी है, जिसमें दवाइयाँ, तंबू, खाद्य सामग्री, कपड़े और अन्य जरूरी सामान शामिल हैं।

भूकंप से फैली तबाही
म्यांमार में आए भूकंप ने कई इलाकों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और बुनियादी जरूरतों की भारी कमी देखी जा रही है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन कई जगहों पर संसाधनों की कमी ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
India का त्वरित एक्शन
भारत ने हालात की गंभीरता को देखते हुए तुरंत प्रतिक्रिया दी। राहत सामग्री को विशेष विमान से यंगून पहुंचाया गया। भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि म्यांमार के लोगों की मदद करना हमारी प्राथमिकता है और भारत हर संभव सहायता प्रदान करेगा।
भारतीय दूतावास की भूमिका
म्यांमार में भारतीय दूतावास ने राहत समन्वय का नेतृत्व किया और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर सामग्री वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की। राहत सामग्री विशेष रूप से उन इलाकों में भेजी गई है जहाँ ज़रूरत सबसे अधिक है।
अंतरराष्ट्रीय सराहना
भारत के इस कदम की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना की जा रही है। म्यांमार की सरकार ने भारत को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस कठिन समय में भारत की यह सहायता बेहद मूल्यवान है।