India Talks पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ी, अब सऊदी से लगाई गुहार अमेरिका के बाद अब सऊदी अरब की शरण
India Talks को लेकर पाकिस्तान की कूटनीतिक बेचैनी अब और गहराती दिख रही है।
पहले अमेरिका से भारत से वार्ता के लिए गुहार लगाने के बाद अब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब से अपील की है कि वह दिल्ली पर दबाव बनाए ताकि बातचीत फिर से शुरू हो सके।
पाकिस्तान का बढ़ता राजनयिक दबाव
- हाल ही में पाकिस्तान ने वॉशिंगटन में अमेरिकी अधिकारियों के सामने भारत से वार्ता शुरू करने की इच्छा जताई
- अब शहबाज शरीफ ने रियाद का रुख करते हुए सऊदी शासकों से भारत के साथ मध्यस्थता की मांग की है
- पाकिस्तान चाहता है कि कश्मीर मुद्दे समेत तमाम पुराने विवादों पर बातचीत की प्रक्रिया बहाल हो

भारत का स्पष्ट रुख
- भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि आतंक और बातचीत एकसाथ नहीं चल सकते
- भारत की नीति रही है कि कोई भी बातचीत तभी संभव है जब सीमा पार आतंकवाद पर पूर्ण विराम लगे
- फिलहाल भारत की ओर से पाकिस्तान के ताज़ा प्रयासों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है
क्यों इतनी बेचैनी में है पाकिस्तान?
- देश की आर्थिक स्थिति बदतर है, विदेशी मुद्रा भंडार लगातार गिर रहा है
- आईएमएफ, अमेरिका और सऊदी अरब जैसे साझेदारों की नजर में खुद को “शांति के पक्षधर” के रूप में पेश करना चाहता है
- घरेलू मोर्चे पर आतंकवाद और राजनीतिक अस्थिरता से घिरा पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहा है

क्या बातचीत संभव है?
- विश्लेषकों का मानना है कि जब तक पाकिस्तान कठोर कदम नहीं उठाता, भारत की नीति में बदलाव की संभावना कम
- भारत सरकार बार-बार कह चुकी है कि “पड़ोसी पहले भरोसेमंद माहौल बनाएं”
- हालांकि अंतरराष्ट्रीय दबाव और रणनीतिक परिस्थितियां भविष्य में कूटनीतिक बदलाव का कारण बन सकती हैं
India Talks को लेकर पाकिस्तान की बेचैनी अब वैश्विक स्तर पर नजर आने लगी है।
अमेरिका के बाद सऊदी अरब से की गई यह अपील दर्शाती है कि इस्लामाबाद भारत से बातचीत को लेकर बेहद आतुर है।
लेकिन भारत का सख्त रुख और आतंकवाद के खिलाफ बिना शर्त कार्रवाई की मांग फिलहाल इस संवाद को आगे बढ़ने नहीं दे रही।