नई दिल्ली, 4 सितंबर 2025: भारत (India) ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान रूसी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defance System) की शानदार कामयाबी के बाद रूस से इस अत्याधुनिक हथियार प्रणाली की और इकाइयां खरीदने का फैसला किया है। रूसी समाचार एजेंसी TASS की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने इस सिस्टम की अतिरिक्त यूनिट्स के लिए औपचारिक अनुरोध किया है, जिसे रूस जल्द ही मंजूरी दे सकता है। ऑपरेशन सिंदूर में S-400, जिसे भारत में ‘सुदर्शन चक्र’ के नाम से जाना जाता है, ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर देश की हवाई सुरक्षा को अभेद्य साबित किया था.
ऑपरेशन सिंदूर में S-400 का कमाल
मई 2025 में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय वायुसेना ने S-400 सिस्टम का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के हवाई हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया था। इस ऑपरेशन का मकसद पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात को 15 भारतीय शहरों, जैसे श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, चंडीगढ़, और भुज, पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए।
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने अगस्त 2025 में बेंगलुरु में 16वें एयर चीफ मार्शल एल.एम. कत्रे मेमोरियल लेक्चर में खुलासा किया कि S-400 ने 300 किलोमीटर की दूरी से पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों और एक AEW&C (Airborne Early Warning and Control) विमान को मार गिराया, जो अब तक का सबसे बड़ा सतह-से-हवा मारक रिकॉर्ड माना जा रहा है। इसने न केवल पाकिस्तानी हमलों को नाकाम किया, बल्कि भारत की हवाई रक्षा की ताकत को भी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया।
S-400 की विशेषताएं
S-400 ‘त्रिउम्फ’ (नाटो कोडनेम: SA-21 ग्रॉलर) रूस का सबसे उन्नत लंबी दूरी का सतह-से-हवा मिसाइल सिस्टम है, जिसे अल्माज़-अंतेई ने विकसित किया। इसकी प्रमुख विशेषताएं हैं:
- रेंज: 600 किमी तक लक्ष्य का पता लगाने और 400 किमी तक उन्हें नष्ट करने की क्षमता।
- लक्ष्य: लड़ाकू विमान, ड्रोन, क्रूज मिसाइल, बैलिस्टिक मिसाइल, और स्टील्थ विमान।
- रडार: उन्नत फेज्ड-ऐरे रडार जो 100 से अधिक लक्ष्यों को एक साथ ट्रैक कर सकता है।
- मोबिलिटी: मोबाइल लॉन्चर और कमांड सेंटर, जो 5 मिनट में तैनात हो सकता है
ये भी पढ़े