हिन्दुस्तानी सिनेमा इंडस्ट्री ने आतंकवाद के दर्द और युद्ध को पर्दे पर बखूबी दिखाया है। कुछ सिनेमा ने रियल वाकये को इतनी गहराई से पेश किया कि दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए छाप छोड़ दी।
उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक
साल 2019 में रिलीज हुई ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ हिन्दुस्तानी सेना की पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर आधारित है। विक्की कौशल, परेश रावल, यामी गौतम, मोहित रैना और कीर्ति कुल्हारी जैसे सितारों ने इस मूवी को सजीव बनाया। आदित्य धर के निर्देशन में बनी इस मूवी का डायलॉग “हाउ इज द जोश?” आज भी लोगों को उमंग से भर देता है।

होटल मुंबई
2018 में रिलीज हुई ‘होटल मुंबई’ ताज होटल पर हुए 2008 के आतंकी आक्रमण पर आधारित है। एंथनी मरास द्वारा निर्देशित इस मूवी में अनुपम खेर, देव पटेल जैसे कलाकारों ने सच्ची हादसा को जीवंत किया है। यह सिनेमा दर्शकों को आतंक के भयानक मंजर से आमने-सामने कराती है।
फैंटम
कबीर खान के निर्देशन में बनी ‘फैंटम’ 2015 में रिलीज हुई थी। सैफ अली खान और कैटरीना कैफ अभिनीत इस सिनेमा की कहानी हुसैन जैदी की किताब ‘मुंबई एवेन्जर्स’ पर आधारित है। सिनेमा 26/11 के हमलों के बाद हिन्दुस्तानी एजेंसियों के मिशन को दर्शाती है।

आतंकवाद: द अटैक्स ऑफ 26/11
2013 में आई रामगोपाल वर्मा की ‘द अटैक्स ऑफ 26/11’ मुंबई हमलों पर आधारित एक और दमदार मूवी है। नाना पाटेकर और अतुल कुलकर्णी जैसे अभियेतागण ने इसमें अहम भूमिकाएं निभाईं। मूवी आतंकियों की स्कीम और उनके अंजाम दिए गए हमलों को विस्तार से दिखाती है।
आतंकवाद: ब्लैक फ्राइडे
अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित ‘ब्लैक फ्राइडे’ 1993 में हुए बॉम्बे बम धमाकों पर आधारित है। मूवी हुसैन जैदी की किताब ‘ब्लैक फ्राइडे’ पर आधारित है और इसमें पवन मल्होत्रा, केके मेनन जैसे दमदार कलाकार नजर आते हैं। मूवी ने एक कड़वी सच्चाई को सामने लाने का साहस दिखाया।