सेंसेक्स 586 अंक गिरा, 80,600 पर बंद
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। बीएसई सेंसेक्स (Sensex) में 586 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जिसके साथ यह 80,600 के स्तर पर बंद हुआ।
निफ्टी में भी बड़ी गिरावट, 24,565 पर आया
एनएसई निफ्टी में भी गिरावट का असर साफ दिखा। यह 203 अंकों की गिरावट के साथ 24,565 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार में बिकवाली का दबाव लगातार बना रहा।
अगस्त के पहले कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार में उतार चढ़ाव रही। सेंसेक्स 586 अंक गिरकर 80,600 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 203 अंक की गिरावट रही, ये 24,565 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 6 शेयरों में तेजी और 24 में गिरावट रही। सनफार्मा का शेयर 4.43% गिरा। टाटा स्टील और टाटा मोटर्स सहित कुल 18 शेयर्स 1% से 4.5% तक नीचे आ गए। एशियन पेंट्स, ट्रेंट और HUL 3% तक चढ़े।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 11 तेजी और 39 में गिरावट रही। NSE के फार्मा 3.33%, हेल्थकेयर 2.77%, मेटल 1.97%, IT 1.85%, रियल्टी 1.78%, PSU बैंक 1.13% गिरे। ऑटो, मेटल और मेटल में भी गिरावट रही।
- एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.66% नीचे 40,799.60 के स्तर पर और कोरिया का कोस्पी 3.88% नीचे 3,119 पर बंद हुआ।
- हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 1.07% नीचे 24,508 पर और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.37% गिरकर 3,559.95 पर बंद हुआ।
- 31 जुलाई को अमेरिका का डाउ जोन्स 0.74% गिरकर 44,131 पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डेक कंपोजिट 0.034% नीचे 21,122 पर और S&P 500 0.37% नीचे 6,339 पर बंद हुए।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट क्यों आ रही है?
वैश्विक तनाव और यूएस-इंडिया ट्रेड डील के फाइनल ना होने के अलावा भारतीय बाजार को इस समय कोई पॉजिटिव खबर नहीं मिल रही है। जिसकी वजह से स्टॉक मार्केट का नरेटिव प्रभावित हुआ है। इन सबके बीच एशियन डेवलपमेंट बैंक ने इंडिया के वित्त वर्ष के जीडीपी अनुमान को घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है।
भारतीय शेयर नीचे क्यों जा रहे हैं?
शेयर बाज़ार में गिरावट अक्सर आर्थिक और भू-राजनीतिक चिंताओं के मिश्रण का परिणाम होती है। बढ़ती मुद्रास्फीति, ऊँची ब्याज दरें, कमज़ोर कॉर्पोरेट आय या राजनीतिक अशांति जैसे कारक निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित कर सकते हैं।