INS Arnala: दुश्मन पनडुब्बियों का काल बनकर तैयार आईएनएस अर्नाला क्या है और क्यों खास?
INS Arnala भारतीय नौसेना की पहली इंडिजिनस Anti‑Submarine Warfare Shallow Water Craft (ASW‑SWC) है, जिसे Garden Reach Shipbuilders & Engineers (GRSE) और L&T के सहयोग से तैयार किया गया है। यह शिप मुख्य रूप से shireाлл वॉटर में सक्रिय पनडुब्बियों का पता लगाकर उन्हें खत्म करने में सक्षम है यानि दुश्मनों के लिए सीधी चुनौती।
प्रमुख तकनीकी खूबियां
1. पनडुब्बी-भेद्यता और खोज क्षमता
- INS Arnala में उन्नत सनार सिस्टम है, जो shallow water में submarines को ट्रैक करता है
- इसमें RBU-6000 ASW रॉकेट लॉन्चर, हल्के टॉरपीडो और mine-laying क्षमता है — ये दुश्मनी पनडुब्बियों को समुद्र में ही नष्ट करने के लिए पर्याप्त है
2. नई propulsion प्रणाली और manueverability
- इकाई में diesel-engine + waterjet संयोजन है — shallow- water में तेज और चपल संचालन संभव
- इसकी लंबाई 77 मीटर, विस्थापन लगभग 1,490 टन, और सक्षम रेंज 1,800 nautical miles है

3. स्वदेशी निर्माण और Aatmanirbhar Bharat
- INS Arnala के निर्माण में 80–88% तक indigenous content शामिल है — GRSE, L&T और 55+ MSMEs की भागीदारी से तैयार
- यह Make in India दिशा में एक मजबूत कदम है
INS Arnala क्यों है दुश्मन की ‘कृपा’?
- shallow waters यानी तटवर्ती इलाकों में नौसेना की ASW क्षमता पहले कमजोर थी — INS Arnala इसकी कमी पूरी करती है
- सीमा-क्षेत्रों जैसे हिन्द महासागर में पाकिस्तान या चीन की पनडुब्बियों की सक्रियता पर यह सीधे प्रतिक्रिया दे सकता है
- इसके silent propulsion systems इसे stealth missions के लिए बेहतर बनाते हैं

INS Arnala की सेवा में योजना
- यह पहला शिप है — कुल 16 में से 8 का निर्माण GRSE द्वारा और शेष अन्य शिपयार्डों से होगा
- commissioning आज 18 जून 2025 को Visakhapatnam में CDS और ENC कमांडर की मौजूदगी में होगी
- आने वाले समय में इसे प्रमुख बंदरगाहों की रक्षा और समुद्री निगरानी में तैनात किया जाएगा
आईएनएस अर्नाला एक गेम-चेंजर
INS Arnala भारतीय नौसेना को shallow waters में पनडुब्बियों पर पकड़ करने की शक्ति देती है — जो दुश्मनी की गुज़ारी के लिए ‘काल’ साबित हो सकती है। Indigenous निर्माण और technical superiority इसे दुश्मन पनडुब्बियों का सबसे बड़ा प्रतिरूप बना देते हैं।
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