Latest News : पेशावर में सुबह-सुबह धमाकों और फायरिंग से मचा हड़कंप

By Surekha Bhosle | Updated: November 24, 2025 • 11:19 AM

पेशावर के सदर इलाके में सोमवार सुबह (Monday mornings) अज्ञात बंदूकधारियों ने फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) मुख्यालय पर एक बड़ा हमला किया। इस धमाके के बाद इलाके में दहशत फैल गई। पेशावर के सीसीपीओ मियां सईद के अनुसार, हमला सुबह करीब 8 बजे दो शक्तिशाली विस्फोटों के साथ शुरू हुआ, जिसके बाद भीषण गोलीबारी हुई। विस्फोट इतने तेज़ थे कि आस-पास की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं। पुलिस और एफसी के जवान तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और हमलावरों से मुठभेड़ शुरू हो गई। हालात बिगड़ते देख अधिकारियों ने सदर रोड पर यातायात भी बंद कर दिया

पूरे शहर में इमरजेंसी प्रोटोकॉल लागू

पेशावर के खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के महानिरीक्षक, जुल्फिकार हमीद ने पुष्टि की कि विस्फोट आत्मघाती हमलावरों द्वारा किए गए थे, जो उच्च सुरक्षा वाले इस प्रतिष्ठान में सेंध लगाने के उद्देश्य से एक समन्वित (Terrorist) आतंकवादी अभियान का संकेत देता है। इलाके की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा इकाइयां तैनात की गईं, जबकि पूरे शहर में आपातकालीन प्रोटोकॉल लागू कर दिए गए। हमले की प्रकृति और पैमाने ने क्षेत्र में चरमपंथी हिंसा के फिर से उभरने को लेकर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं।

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पुलिस अधिकारी मियां सईद अहमद ने स्थानीय मीडिया को बताया, “एफसी मुख्यालय पर हमला हुआ है। हम जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं और इलाके की घेराबंदी की जा रही है।” कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने तुरंत आसपास की सड़कों को सील कर दिया, जबकि सुरक्षा बलों ने हमलावरों को बेअसर करने के लिए अभियान शुरू कर दिया। स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है, इसलिए अधिकारियों ने अभी तक हताहतों की संख्या की जानकारी जारी नहीं की है।

स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल

फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) मुख्यालय के पास रहने वाले निवासियों ने कई विस्फोटों और भारी गोलीबारी की आवाज़ें सुनने की सूचना दी, जिससे व्यापक रूप से चिंता फैल गई। सोशल मीडिया पर वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान तेज़ी से सामने आए, जिनमें कई उपयोगकर्ताओं ने दावा किया कि उन्होंने शहर के सदर इलाके में एफसी चौक के पास विस्फोट जैसी आवाज़ें सुनीं। पुलिस ने बाद में पुष्टि की कि हमले के दौरान कम से कम दो विस्फोट हुए। अधिकारियों ने अभी तक हताहतों की पुष्टि नहीं की है क्योंकि सुरक्षा अभियान अभी भी जारी है।

पाकिस्तान का दूसरा नाम क्या है?

पाकिस्तान का पुराना नाम पाक्स्तान था, इसके पीछे की कहानी भी दिलचस्प है। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के छात्र चौधरी रहमत अली ने साल 1933 में पाक्स्तान शब्द गढ़ा था। पाक्स्तान शब्द, पंजाब, कश्मीर, सिंध, और बलूचिस्तान जैसे प्रांतों के नाम को मिलाकर बना था। मुस्लिम लीग के नेता मोहम्मद अली जिन्ना ने पाक्स्तान को पाकिस्तान कर दिया।

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