Breaking News: Nobel: नोबेल मेडिसिन 2025: आज ऐलान

By Dhanarekha | Updated: October 6, 2025 • 2:22 PM

GLP-1 (भूख नियंत्रण) रिसर्च पर नज़र

स्कॉटहोम: नोबेल(Nobel) पुरस्कारों की घोषणा सोमवार, 6 अक्टूबर से शुरू हो रही है, जिसकी शुरुआत चिकित्सा (Medicine) के पुरस्कार से होगी। स्वीडन के कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट(Karolinska Institute) द्वारा दोपहर करीब 3:00 बजे (भारतीय समयानुसार) विजेता का ऐलान किया जाएगा। विजेता वैज्ञानिक को 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना (लगभग 9 करोड़ रुपये) की राशि, एक स्वर्ण पदक और एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इस साल, भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोनों पर हुए रिसर्च को प्रमुख दावेदार माना जा रहा है, जिसने वैश्विक स्तर पर मोटापे और मधुमेह के उपचार में क्रांति ला दी है

GLP-1 रिसर्च: मोटापे के खिलाफ एक बड़ा हथियार

चिकित्सा या शरीरक्रिया विज्ञान (Physiology) के नोबेल(Nobel) पुरस्कार के लिए सबसे प्रबल दावेदार ग्लूकागन-लाइक पेप्टाइड-1 (GLP-1) नामक हार्मोन पर किया गया शोध है। यह हार्मोन भूख को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्तमान में, जब दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोग मोटापे से जूझ रहे हैं, GLP-1 से संबंधित खोज ने Ozempic, Wegovy और Mounjaro जैसी परिवर्तनकारी दवाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है। इस रिसर्च के सामाजिक और चिकित्सीय महत्व की विशालता को देखते हुए, इसे नोबेल की दौड़ में सबसे आगे रखा जा रहा है।

संभावित विजेता और अन्य दावेदार

GLP-1 से जुड़ी रिसर्च में कई वैज्ञानिकों ने योगदान दिया है। प्रमुख अटकलें डेनिश चिकित्सक जेन्स जुल होल्स्ट, हार्वर्ड के प्रोफेसर जोएल हैबेनर, कनाडाई एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डैनियल ड्रकर, और अमेरिकी रसायनज्ञ स्वेतलाना मोजसोव जैसे नामों पर केंद्रित हैं। इसके अलावा, भूख बढ़ाने वाले हार्मोन घ्रेलिन पर महत्वपूर्ण रिसर्च करने वाले जापानी शोधकर्ता केंजी कांगावा और मासायासु कोजिमा को भी पुरस्कार मिलने की संभावना जताई जा रही है।

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पुरस्कार का इतिहास और महत्त्व

नोबेल(Nobel) पुरस्कारों की स्थापना 1895 में वैज्ञानिक और आविष्कारक अल्फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल की वसीयत के आधार पर हुई थी। मेडिसिन के क्षेत्र में यह पुरस्कार उन वैज्ञानिकों को सम्मानित करता है जिनकी खोजों ने मानव स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में “सबसे बड़ी खोज” की हो। 1901 से 2024 तक, मेडिसिन के लिए 229 लोगों को सम्मानित किया जा चुका है। भारतीय मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना को भी 1968 में जेनेटिक कोड से जुड़ी खोज के लिए यह सम्मान मिल चुका है, जिसने कैंसर और जेनेटिक इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों को प्रभावित किया।

नोबेल वीक 2025 में सबसे पहले किस पुरस्कार की घोषणा की जाएगी और यह कहाँ होता है?

नोबेल(Nobel) वीक 2025 में सबसे पहले चिकित्सा (Medicine) या शरीरक्रिया विज्ञान के पुरस्कार की घोषणा की जाएगी। यह घोषणा स्वीडन के कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट द्वारा की जाती है।

GLP-1 रिसर्च को नोबेल पुरस्कार का प्रबल दावेदार क्यों माना जा रहा है?

GLP-1 रिसर्च को प्रबल दावेदार इसलिए माना जा रहा है क्योंकि इसने भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन की खोज की, जिसके आधार पर मोटापे और मधुमेह के इलाज के लिए Ozempic और Wegovy जैसी परिवर्तनकारी दवाएं विकसित हुईं। दुनिया भर में अरबों लोगों के मोटापे से जूझने के कारण, इस खोज का सामाजिक और चिकित्सीय महत्व अत्यंत व्यापक है।

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