परमाणु कमान मिली
इस्लामाबाद: पाकिस्तान(Pakistan) सरकार ने गुरुवार को आसिम मुनीर को देश का चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) और चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) नियुक्त किया है। यह पहली बार है जब कोई सैन्य अधिकारी एक साथ इन दोनों शीर्ष पदों को संभालेगा। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सिफारिश पर राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस नियुक्ति को मंजूरी दी है, जिसका कार्यकाल पांच साल का होगा। मुनीर को इसी साल फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया था। यह नियुक्ति 12 नवंबर को पाकिस्तानी संसद द्वारा पारित 27वें संवैधानिक संशोधन के बाद हुई है, जिसने चेयरमैन जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (CJCSC) के पद को CDF में बदल दिया है।
सेना के हाथ में परमाणु हथियारों की कमान
27वें संवैधानिक संशोधन का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम पाकिस्तान(Pakistan) के परमाणु हथियारों का नियंत्रण सेना के हाथों में जाना है। इस संशोधन के तहत नेशनल स्ट्रैटजिक कमांड (NSC) का गठन किया गया है, जो देश के परमाणु हथियारों और मिसाइल सिस्टम की निगरानी करेगी। पहले यह जिम्मेदारी नेशनल कमांड अथॉरिटी (NCA) के पास थी, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते थे। अब NSC का कमांडर भले ही प्रधानमंत्री की मंजूरी से नियुक्त होगा, लेकिन यह नियुक्ति CDF (आर्मी चीफ) की सिफारिश पर होगी और यह पद सिर्फ आर्मी के अफसर को ही दिया जाएगा। आसिम मुनीर के CDF बनने के साथ ही उन्हें परमाणु हथियारों की कमान मिल गई है, जिससे वे देश के सबसे ताकतवर शख्स बन गए हैं।
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भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चिंता और संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया
आसिम मुनीर को मिली असाधारण शक्ति पर भारत के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) के सदस्य तिलक देवाशेर ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने दावा किया कि पीएम शहबाज शरीफ ने जानबूझकर खुद को इस नियुक्ति प्रक्रिया से दूर रखा था और आशंका जताई कि मुनीर अपनी ताकत दिखाने के लिए भारत के खिलाफ कोई तनाव पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं। वहीं, विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने देरी को शहबाज शरीफ(Pakistan) के सेना पर कंट्रोल न रहने का प्रमाण बताया। दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र ने 27वें संविधान संशोधन पर चिंता जताई है, चेतावनी दी है कि यह न्यायपालिका की स्वतंत्रता और देश में कानून-व्यवस्था (रूल ऑफ लॉ) को कमजोर कर सकता है, हालांकि पाकिस्तान ने इन चिंताओं को निराधार बताकर खारिज कर दिया है।
आसिम मुनीर पाकिस्तान के पहले सैन्य अधिकारी हैं जो एक साथ कौन से दो प्रमुख पद संभालेंगे?
उन्हाेंने पाकिस्तान के पहले अधिकारी हैं जो एक साथ चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) और चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) दोनों पद संभालेंगे।
पाकिस्तान के 27वें संवैधानिक संशोधन का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम क्या है, और अब देश के परमाणु हथियारों की कमान किसके पास चली गई है?
27वें संवैधानिक संशोधन का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम नेशनल स्ट्रैटजिक कमांड (NSC) का गठन है। इस बदलाव से देश के परमाणु हथियारों की कमान अब पूरी तरह से सेना (CDF) के हाथों में चली गई है।
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