Breaking News: Trump: ट्रम्प का बयान: अमेरिका को स्किल्ड विदेशी टैलेंट की है जरूरत

By Dhanarekha | Updated: November 12, 2025 • 2:44 PM

H-1B वीजा पर ट्रम्प का नरम रुख

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प(Trump) ने फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में यह स्वीकार किया है कि अमेरिका को कई महत्वपूर्ण नौकरियों के लिए विदेशी स्किल्ड वर्कर्स की जरूरत है, क्योंकि देश में पर्याप्त टैलेंटेड लोगों की कमी है। H-1B वीजा की संख्या कम करने के सवाल पर ट्रम्प ने कहा, “हां, मैं सहमत हूं कि इससे अमेरिकी मजदूरों के वेतन(Workers Wages) पर असर पड़ता है), लेकिन आपको बाहर से टैलेंट भी लाना होगा।” उन्होंने तर्क दिया कि कुछ खास क्षेत्रों में अमेरिका के पास टैलेंट नहीं है और “आप बेरोजगार लोगों को उठाकर मिसाइल फैक्ट्री में नहीं भेज सकते।” यह बयान तब आया है जब सितंबर में उनके प्रशासन ने H-1B वीजा की एप्लिकेशन फीस को 100 गुना बढ़ाकर $1,000 से $1 लाख कर दिया था

विदेशी छात्रों को लेकर रुख में बदलाव

ट्रम्प(Trump) ने विदेशी छात्रों(Foreign Students) को लेकर अपने पुराने कड़े रुख में ‘यू-टर्न’ लिया है। उन्होंने अब कहा है कि विदेशी छात्रों को अमेरिका में पढ़ाई की अनुमति मिलती रहनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये छात्र न केवल देश की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करते हैं, बल्कि विश्वविद्यालयों की आर्थिक स्थिति को भी संभालते हैं। ट्रम्प ने चेतावनी दी कि अगर चीन और दूसरे देशों से आने वाले छात्रों की संख्या घटाई गई, तो अमेरिका के करीब आधे कॉलेजों के बंद होने की नौबत आ जाएगी। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूं कि बाहर के देशों से छात्रों का आना अच्छा है, मैं दुनिया से रिश्ते बेहतर रखना चाहता हूं।”

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भारतीय छात्रों पर नीति का प्रभाव

ट्रम्प प्रशासन की अंतरराष्ट्रीय छात्रों से जुड़ी नीतियों, जैसे कि वीजा स्लॉट्स में रुकावट और वीजा रिजेक्शन में अचानक बढ़ोतरी, का सीधा असर भारतीय छात्रों पर पड़ा है। अमेरिका में पढ़ाई के लिए जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 70% तक की भारी गिरावट आई है। इससे पहले, अमेरिका ने मई में विदेशी छात्रों के नए वीजा इंटरव्यू पर रोक लगा दी थी (F, M और J कैटेगरी के लिए), जिसका मकसद विश्वविद्यालयों में यहूदी विरोध और वामपंथी विचारों को रोकना था। हालांकि इंटरव्यू फिर से शुरू हुए, लेकिन सोशल मीडिया जांच और सुरक्षा नियम सख्त कर दिए गए हैं, जिसके कारण कई छात्र अब पढ़ाई के लिए दूसरे देशों के विकल्प तलाश रहे हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अनुसार, किन कारणों से अमेरिका को विदेशी स्किल्ड वर्कर्स की जरूरत है?

ट्रम्प(Trump) के अनुसार, अमेरिका में कई अहम नौकरियों के लिए पर्याप्त टैलेंटेड लोगों की कमी है, इसलिए खास क्षेत्रों में काम करने के लिए विदेशी स्किल्ड वर्कर्स की जरूरत पड़ती है।

ट्रम्प ने विदेशी छात्रों को अमेरिका में बने रहने देने के पक्ष में क्या आर्थिक तर्क दिया है?

ट्रम्प ने तर्क दिया है कि विदेशी छात्र न केवल शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करते हैं, बल्कि विश्वविद्यालयों की आर्थिक स्थिति को भी संभालते हैं, और उनकी संख्या घटने पर अमेरिका के करीब आधे कॉलेजों के बंद होने की नौबत आ सकती है।

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