ट्रंप के टैरिफ बम से उपजे मंदी के डर और वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंकाओं ने भारतीय शेयर बाजारों को जोरदार झटका दिया है। घरेलू सूचकांक बुरी तरह धराशायी हो गए। सिर्फ 10 सेकंड में ही निवेशकों की संपत्ति करीब 20 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गई, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि गिरावट कितनी भयंकर रही।
ट्रेडिंग की शुरुआत में सेंसेक्स 3,939.68 अंक (5.22%) गिर गया। उस समय बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 20,16,293.53 करोड़ रुपये घटकर 3,83,18,592.93 करोड़ रुपये रह गया। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक भी करीब 10% तक गिर गए। बाजार की अस्थिरता को दर्शाने वाला VIX इंडेक्स भी 57% उछल गया।क्या हुआ?
भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई — सिर्फ 10 सेकंड में निवेशकों के 20 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए। सेंसेक्स करीब 3,940 अंक गिरा, मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 10% तक की गिरावट दिखी।
क्यों हुआ?
- ट्रंप के टैरिफ बम — अमेरिका ने दुनियाभर से आयात पर भारी टैक्स (टैरिफ) लगा दिए हैं। इससे वैश्विक बाजारों में मंदी का डर बढ़ गया है।
- महंगाई और मुनाफे पर दबाव — टैरिफ के कारण महंगाई बढ़ रही है और कंपनियों के मुनाफे पर असर पड़ रहा है, जिससे आर्थिक मंदी की आशंका और बढ़ गई।
- निवेशकों में घबराहट — अमेरिका जब तक संतुलन नहीं लाएगा, तब तक टैरिफ कम नहीं करेगा, यह सुनकर निवेशक डर गए और बिकवाली शुरू कर दी।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली — विदेशी निवेशक भारतीय शेयरों को बेच रहे हैं। अप्रैल में अब तक उन्होंने 13,730 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले हैं।
- महत्वपूर्ण घोषणाओं का इंतजार — कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं और 9 अप्रैल को आरबीआई की पॉलिसी भी। निवेशक सतर्क हैं, इसलिए भी बिकवाली बढ़ी है।