CSK vs SRH: मोहम्मद शमी की गेंद नो-बॉल क्यों दी गई? IPL नियम के अनुसार जानिए वजह
IPL 2025 के दौरान खेले गए चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) बनाम सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) मैच में एक अनोखी घटना देखने को मिली जब मोहम्मद शमी की एक गेंद को अंपायर ने नो-बॉल करार दिया — जबकि गेंद लेगलीन से बाहर या ओवरस्टेप नहीं थी। इस फैसले ने फैंस को हैरान कर दिया, लेकिन इसके पीछे एक स्पष्ट IPL नियम है।

क्या हुआ था मैच में?
पारी के दौरान जब मोहम्मद शमी गेंदबाजी कर रहे थे, उनकी एक गेंद पर गेंदबाज़ी के दौरान उनका पिछला पैर स्टंप्स से टकरा गया, जिससे बेल्स गिर गईं। अंपायर ने इसे फेयर डिलीवरी नहीं माना और गेंद को नो-बॉल घोषित कर दिया।
IPL नियम: स्टंप्स को डिस्टर्ब करने पर नो-बॉल क्यों?
आईसीसी और आईपीएल के नियमों के अनुसार:
“अगर गेंदबाज़ गेंद डालते समय अपने एक्शन में स्टंप्स या बेल्स को गिरा देता है, तो उसे ‘अनफेयर डिलीवरी’ माना जाता है और वह नो-बॉल होगी।”
यह नियम खिलाड़ियों की सेफ्टी, बॉल ट्रैजेक्टरी, और फेयर प्ले के लिए लागू किया गया है।
इसे “हिटिंग द स्टंप्स वाइल बॉलिंग” कहा जाता है
यह नियम उस स्थिति में लागू होता है जब:
- गेंदबाज़ रन-अप लेते समय या डिलीवरी स्ट्राइड में
- अपने ही पैर या हाथ से विकेट के किसी भी हिस्से को छू देता है या गिरा देता है
- भले ही गेंद पूरी तरह वैध हो, इसे नो-बॉल घोषित किया जाएगा।
फैंस की उलझन: क्या ये नियम नया है?
नहीं, ये नियम नया नहीं है। लेकिन IPL जैसे हाई-प्रोफाइल मंच पर ऐसा कम ही देखने को मिलता है, इसलिए कई दर्शकों को यह कंफ्यूजिंग लगा।
सोशल मीडिया पर कई फैंस ने सवाल किया:
“ये तो वैध गेंद लग रही थी, फिर नो-बॉल क्यों?”
इसका जवाब नियम की किताब में साफ है – “स्टंप्स को गिराने से गेंद नो-बॉल मानी जाती है।”
- मोहम्मद शमी ने बॉलिंग के दौरान स्टंप्स से टकराकर बेल्स गिरा दीं
- यह ICC लॉ 21.3 के तहत नो-बॉल है
- फील्ड अंपायर ने तुरंत नो-बॉल का इशारा किया, जो नियम के अनुसार था
ट्विटर पर फैंस ने लिखा – “पहली बार देखा कि गेंद लाइन में थी लेकिन फिर भी नो-बॉल!”इंस्टाग्राम पर वीडियो क्लिप को लाखों व्यूज़ मिले, जिसमें स्टंप्स गिरने का स्लो-मोशन साफ़ देखा जा सकता है।