मोहम्मद आमिर ने एक बार फिर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने की अपनी इच्छा जताई है और उन्हें विश्वास है कि अगले साल तक उन्हें इंडियन प्रिमियर लीग में खेलने का अवसर मिल सकता है। उन्होंने ब्रिटिश नागरिकता प्राप्त करने की योजना बनाई है, जिससे उन्हें आईपीएल में खेलने की अनुमति मिल सकती है, क्योंकि बीसीसीआई ने 26/11 मुंबई हमलों के बाद से पाकिस्तानी खिलाड़ियों के आईपीएल में खेलने पर प्रतिबंध लगा रखा है। आमिर की पत्नी, नर्जिस खातून, ब्रिटिश नागरिक हैं, जिससे उन्हें यह नागरिकता प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।यह साफ है कि आमिर आईपीएल में खेलने के सपने को पूरा करने के लिए दूसरी बार संन्यास और पाकिस्तान छोड़ने का फैसला किया है

पूर्व पाकिस्तानी ऑलराउंडर अज़हर महमूद ने 2012 में इसी तरह ब्रिटिश नागरिकता प्राप्त करके आईपीएल में खेला था। उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेला था।
हालांकि, हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है, जिससे बीसीसीआई के रुख में बदलाव की संभावना कम है।
आमिर का कहना है कि अगर उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका मिलता है, तो वह जरूर खेलेंगे, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता, तो वह पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में खेलना जारी रखेंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर आईपीएल और पीएसएल के कार्यक्रम एक-दूसरे से नहीं टकराते हैं, तो उन्हें किसी एक को चुनने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
हालांकि, बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी, चाहे वे किसी भी नागरिकता के हों।
इसलिए, मोहम्मद आमिर की आईपीएल में खेलने की इच्छा तब तक पूरी नहीं हो सकती, जब तक कि बीसीसीआई अपनी नीति में बदलाव नहीं करता।