श्रेयस अय्यर और शशांक सिंह के बीच हल्की-फुल्की नोंक-झोंक की तस्वीरें हुई थी वायरल
आईपीएल 2025 का दूसरा क्वालिफायर मुकाबला पंजाब किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेला गया था, जिसे पंजाब ने पांच विकेट से जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी। इस मैच में श्रेयस अय्यर और शशांक सिंह के बीच हल्की-फुल्की नोंक-झोंक हो गई थी, जिसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुईं थीं। अब शशांक सिंह ने इस पूरे मामले पर प्रकाश डाला है।
श्रेयस अय्यर और शशांक सिंह के बीच क्या हुआ था, जानिए?
दरअसल, मैच के दौरान शशांक दो रन बनाकर रन आउट हो गए थे। वह मैच का अहम मोड़ था। शशांक के आउट होने पर पंजाब की टीम परेशानी में पड़ गई थी। हार्दिक के डायरेक्ट हिट पर शशांक रन आउट हुए थे। उस वक्त पंजाब को जीत के लिए 20 गेंद में 35 रन की दरकार थी। हार्दिक के डायरेक्ट हिट से ज्यादा शशांक के रन दौड़ने के इंटेंट पर सवाल उठे थे। वह काफी धीरे दौड़ रहे थे। इस पर श्रेयस भी भड़क गए थे।
पंजाब की टीम जब मैच जीत गई तो शशांक जैसे ही श्रेयस से हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़े, श्रेयस ने उनसे गुस्से में कुछ कहा। इसके बाद Shashank Singh बिना हाथ मिलाए आगे बढ़ गए। हालांकि, शशांक ने कोई बहस नहीं की। शशांक और श्रेयस घरेलू क्रिकेट में एक टीम के लिए खेल चुके हैं। ऐसे में दोनों की दोस्ती है। श्रेयस का गुस्सा इस बात पर था कि Shashank Singh की लापरवाही ने पंजाब को मुश्किल में डाल दिया था।
मेरे पापा ने भी फाइनल तक मुझसे बात नहीं की : शशांक
इस मामले पर Shashank Singh ने बयान जारी किया है। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में बताया कि उनके लापरवाह रवैये के लिए कप्तान श्रेयस ने फटकार लगाई थी। Shashank Singh ने कहा- ‘मैं डिजर्व करता हू्ं, अय्यर को मुझे थप्पड़ मार देना चाहिए था, मेरे पापा ने भी फाइनल तक मुझसे बात नहीं की। मैं लापरवाह था। यह बहुत ही अहम समय था। श्रेयस ने मुझे साफ-साफ कहा कि उन्होंने मुझसे ये उम्मीद नहीं की थी। लेकिन फिर वो मुझे डिनर पर भी ले गए।
शशांक ने की श्रेयस की तारीफ
इस दौरान Shashank Singh ने पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर की तारीफ की। उन्होंने कहा कि ड्रेसिंग रूम में युवा खिलाड़ियों के लिए वह ‘चिल बंदा’ है। Shashank Singh ने आगे कहा- मैंने जितना भी दूसरों से सुना और खुद अनुभव किया है, मौजूदा समय में विश्व क्रिकेट में उनसे बेहतर कप्तान कोई नहीं है। वह हमें आजादी देते हैं, सभी को बराबर समझते हैं। कोई यह नहीं कह सकता कि श्रेयस में एटीट्यूड है। ड्रेसिंग रूम में सभी युवाओं के लिए वह ‘चिल बंदा’ हैं। वह एकमात्र कप्तान हैं, जिन्होंने हमें कहा कि अगर किसी के पास मैच के दौरान कोई सुझाव हो, तो वे उनसे आकर बात कर सकते हैं।