Iran-Israel War अमेरिका को जवाब अब सेना तय करेगी
Iran-Israel War संकट के बीच ईरान की सेना ने एक बड़ा बयान जारी किया है। इस बयान में कहा गया है कि अब अमेरिका को कब, कहां और कैसे जवाब देना है, इसका निर्णय ईरान की सैन्य इकाइयां खुद करेंगी। इस चेतावनी ने पूरे पश्चिम एशिया में एक बार फिर तनाव का स्तर बढ़ा दिया है।
ईरान की तरफ से क्या कहा गया?
- ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ने कहा कि,
“अब अमेरिका को जवाब देने का अधिकार और समय सेना निर्धारित करेगी।” - उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल को दिए गए समर्थन के चलते अमेरिका भी युद्ध में पक्षकार बन चुका है।
- यह बयान उस वक्त आया है जब गोलान हाइट्स और गाजा में इजरायली कार्रवाई तेज़ हो रही है।
क्या अमेरिका पर सीधा हमला होगा?
- इस बयान से अटकलें तेज हैं कि ईरान अमेरिका के सैन्य अड्डों को टारगेट कर सकता है।
- खासतौर से इराक, सीरिया और बहरीन में मौजूद अमेरिकी बेस खतरे में आ सकते हैं।
- विशेषज्ञ मानते हैं कि ईरान अब प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई की तरफ बढ़ सकता है।
ईरान का यह बयान क्यों अहम है?
- अब तक रणनीतिक फैसले राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लिए जाते थे।
- पहली बार सेना को सार्वजनिक रूप से इतनी स्वायत्तता दी गई है।
- यह स्थिति बताती है कि ईरान अब कूटनीति नहीं, सैन्य दबाव की राह पर आगे बढ़ रहा है।
इजरायल की प्रतिक्रिया क्या रही?
- इजरायल ने इस बयान को “सैन्य धमकी” बताते हुए निंदा की है।
- प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “अगर कोई देश हमारे सहयोगियों पर हमला करता है, तो उसका जवाब सख्ती से देंगे।”
- इजरायल पहले से ही अपने आयरन डोम और डेविड्स स्लिंग जैसे मिसाइल डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कर चुका है।
Iran-Israel War अब महज़ इजरायल और ईरान तक सीमित नहीं रहा। ईरान द्वारा अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की बात और सेना को स्वतंत्रता देने का बयान स्पष्ट करता है कि यह संघर्ष अब और भी व्यापक रूप ले सकता है। आने वाले कुछ दिन मध्य-पूर्व के लिए बेहद निर्णायक और संवेदनशील साबित हो सकते हैं।