इजरायल यमन हमला: इजरायल और हूती विद्रोहियों के बीच खिंचाव चरम पर पहुंच गया है। तेल अवीव के बेन गुरियन एयरपोर्ट के पास हूती विद्रोहियों द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद इजरायल ने बड़ा कदम उठाया है। जवाबी कार्रवाई में करीब 30 इजरायली फाइटर जेट्स ने यमन के हुदैदाह सिटी में हूती ठिकानों पर आक्रमण किया।
इस आक्रमण में हुदैदाह पोर्ट सहित 9 विभिन्न जगहें को निशाना बनाया गया। आग और धुएं के विशाल गुबार की तस्वीरें सामने आई हैं। ये एयरस्ट्राइक हूती विद्रोहियों के लिए एक चेतावनी मानी जा रही है कि अब उनकी हर कार्रवाई का जवाब मिलेगा।
हुदैदाह पर क्यों किया गया हमला?
हुदैदाह, यमन का एक प्रमुख बंदरगाह सिटी है जो लंबे पल से हूती विद्रोहियों के नियंत्रण में है। इस सिटी से हूती मिलिशिया न सिर्फ हथियारों की तस्करी करती है, बल्कि रेड सी में अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर भी आक्रमण करती रही है।
इजरायल पहले भी हुदैदाह पर हमले कर चुका है, लेकिन इस बार का आक्रमण कहीं ज्यादा बड़ा और संगठित था।

अमेरिका और इजरायल मिलकर बना रहे हैं दबाव
आक्रमण से कुछ ही घंटे पहले अमेरिका ने भी यमन की राजधानी सना में हूती ठिकानों को निशाना बनाया था। इससे साफ है कि अमेरिका और इजरायल अब मिलकर ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के विरुद्ध संयुक्त अभियान चला रहे हैं।
हूती विद्रोहियों की ओर से लगातार यह कहा जाता रहा है कि वे फिलिस्तीनियों के समर्थन में ये आक्रमण कर रहे हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें आतंकवादी संगठन के रूप में देखा जा रहा है।
इजरायली प्रधानमंत्री की चेतावनी
इजरायल यमन हमला: आक्रमण के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ शब्दों में कहा कि,
“हूती विद्रोहियों ने हमारी जमीन पर आक्रमण करके एक बड़ी भूल की है, और अब उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।”
तेल अवीव एयरपोर्ट के पास हुए हूती मिसाइल आक्रमण में 25 फीट गहरा गड्ढा बन गया था, जिससे इजरायल में हाई सतर्क जारी कर दिया गया था।