VIDEO: Israel ने किया बेरूत और दक्षिणी लेबनान पर बड़ा हमला, हिजबुल्लाह आतंकियों के हेडक्वॉर्टर को उड़ाया
मध्य पूर्व में एक बार फिर हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत और दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जोरदार हमला किया है। यह हमला इतना शक्तिशाली था कि इलाके में कई किलोमीटर तक धमाकों की आवाज़ सुनाई दी। हिजबुल्लाह के हेडक्वॉर्टर को पूरी तरह तबाह कर दिया गया है।
Israel की पुष्टि और वीडियो फुटेज
इजरायली रक्षा मंत्रालय ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह कार्यवाही हिजबुल्लाह द्वारा इजरायली सीमाओं पर लगातार की जा रही उकसावे की कार्रवाई के जवाब में की गई है।
हमले के वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि रात के अंधेरे में आसमान लाल हो गया और जोरदार विस्फोट हुए। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली लड़ाकू विमानों ने अत्याधुनिक मिसाइलों से निशाना साधा।
हिजबुल्लाह पर क्यों हुआ हमला?
हिजबुल्लाह, जो कि एक शिया इस्लामिक आतंकी संगठन है, लंबे समय से इजरायल विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है। हाल के हफ्तों में हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल में कई रॉकेट हमले किए, जिसमें आम नागरिकों को नुकसान पहुंचा।
इजरायल ने इन कार्रवाइयों को “सीमा पार आतंकी कार्रवाई” करार देते हुए जवाबी हमला किया है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, हिजबुल्लाह के कमांड सेंटर, हथियार डिपो और संचार केंद्र इस हमले में नष्ट किए गए हैं।
बेरूत में मची अफरा-तफरी
हमले के बाद बेरूत में अफरा-तफरी मच गई। अस्पतालों में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी गई है। कई रिहायशी इलाकों में विस्फोट के प्रभाव से कांच टूटे और बिजली गुल हो गई।
लेबनान की प्रतिक्रिया ऑन Israel
लेबनान सरकार ने इजरायल के इस हमले की कड़ी निंदा की है। राष्ट्रपति मिचेल औन ने इसे “संप्रभुता का उल्लंघन” बताया और कहा कि वे इसे संयुक्त राष्ट्र में उठाएंगे। वहीं, हिजबुल्लाह ने भी बदला लेने की चेतावनी दी है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस हमले पर चिंता जताई है। यूएन ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। अमेरिका ने हालांकि इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार को सही ठहराया है।
भविष्य की रणनीति
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि जब तक सीमा पार से हमले बंद नहीं होते, इजरायल जवाबी कार्रवाई करता रहेगा। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला आने वाले समय में और भी बड़े टकराव की भूमिका बना सकता है।