Israel Attack से हिल उठा तेहरान, IRGC प्रमुख की मौत का दावा
Israel Attack और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान पर एक बड़ा हमला किया है, जिसमें IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) के प्रमुख अली शादमानी को मार गिराने का दावा किया गया है। अली शादमानी, ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई के बेहद करीबी माने जाते थे।
इजराइल हमला का निशाना बना अली शादमानी
इस हमले के बाद ईरान के सुरक्षा तंत्र में हलचल मच गई है। सूत्रों के मुताबिक:
- हमला तेहरान के मिलिट्री हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में हुआ।
- अली शादमानी उस समय एक रणनीतिक मीटिंग में शामिल थे।
- इजरायली खुफिया एजेंसी ने पहले से उनकी मूवमेंट ट्रैक की थी।
Israel Attack की रणनीति क्या थी?
इस हमले के पीछे इजरायल की रणनीति काफी साफ नजर आती है:
- ईरान की सैन्य कमान को कमजोर करना
- खामेनेई के करीबी सलाहकारों को निशाना बनाना
- मध्य-पूर्व में ईरानी प्रभाव को सीमित करना
IRGC की प्रतिक्रिया और सख्त चेतावनी
ईरानी सेना ने इस दावे को आंशिक रूप से स्वीकार करते हुए कहा है कि “हम स्थिति की जांच कर रहे हैं और जल्द जवाब देंगे।”
- IRGC के प्रवक्ता ने कहा: “हमले की कीमत इजरायल को चुकानी पड़ेगी।”
- पूरे ईरान में सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
Israel Attack के बाद क्या होगा अगला कदम?
- ईरान की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया की आशंका
- इजरायल की सीमाओं पर सैन्य तैनाती बढ़ाई जा सकती है
- अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से शांति की अपील
- संयुक्त राष्ट्र में इमरजेंसी बैठक की संभावना
खामेनेई पर भी मंडरा रहा है खतरा?
चूंकि अली शादमानी, खामेनेई के सबसे भरोसेमंद सैन्य रणनीतिकारों में से एक थे, ऐसे में यह माना जा रहा है कि अब अगला निशाना ईरानी नेतृत्व पर भी हो सकता है। इससे ईरान की राजनीतिक स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है।
Israel Attack ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि इजरायल की खुफिया और सैन्य क्षमताएं विश्व स्तर पर कितनी मजबूत हैं। लेकिन इस हमले के बाद जो घटनाक्रम सामने आएंगे, वे केवल ईरान और इजरायल ही नहीं, पूरी दुनिया की शांति व्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं।