Israel-Iran War हवाई यात्रा पर दिखा युद्ध का असर
Israel-Iran War का असर अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं रह गया है, इसका गंभीर प्रभाव वैश्विक हवाई यात्रा पर भी देखा जा रहा है। युद्ध क्षेत्र के आस-पास के देशों की एयरस्पेस बंद होने और सुरक्षा खतरों के कारण कई अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स को रद्द करना या उनका रूट बदलना पड़ा है। इससे न सिर्फ यात्रियों की यात्राएं लंबी हो गई हैं, बल्कि उनकी परेशानियां भी बढ़ गई हैं।
कई फ्लाइट्स रद्द और डायवर्ट
- मध्य पूर्व के एयरस्पेस में तनाव बढ़ने के कारण एयरलाइंस ने ईरान, इराक, सीरिया के ऊपर से उड़ानें बंद कर दी हैं।
- इससे एशिया से यूरोप या अमेरिका की तरफ जाने वाली फ्लाइट्स को लंबे वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड़ रहा है।
- कुछ प्रमुख एयरलाइंस ने अस्थायी रूप से फ्लाइट्स कैंसिल भी कर दी हैं।

कितनी बढ़ गई है यात्रा अवधि?
- दिल्ली से लंदन की फ्लाइट जो आमतौर पर 9 घंटे में पूरी होती थी,
- अब उसे 11 से 12 घंटे लग रहे हैं।
- टोक्यो, बैंकॉक, दुबई और यूरोप जाने वाली उड़ानों की भी अवधि में 1 से 3 घंटे तक की देरी हो रही है।
- इससे न केवल समय की बर्बादी हो रही है, बल्कि एयरलाइंस की ईंधन लागत भी बढ़ रही है।
यात्रियों को हो रही हैं ये परेशानियां
- रद्द फ्लाइट्स के कारण यात्रियों को रिफंड या रिबुकिंग में कठिनाई
- लास्ट मिनट बदलाव से ट्रांजिट कनेक्शन छूट रहे हैं
- कई यात्रियों को फ्लाइट शेड्यूल में अचानक बदलाव की सूचना मिल रही है
- एयरपोर्ट्स पर भीड़ और अफरातफरी का माहौल

एयरलाइंस और DGCA की तैयारी
- कई एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे ट्रैवल से पहले अपनी फ्लाइट स्टेटस जरूर चेक करें।
- भारत की DGCA ने भी स्थिति पर नज़र बनाए रखने और आवश्यक कदम उठाने की बात कही है।
- एयरलाइंस अब सुरक्षित वैकल्पिक रूट अपनाकर उड़ानों को लगातार ऑपरेट करने का प्रयास कर रही हैं।
Israel-Iran War का असर अब आर्थिक और यातायात के क्षेत्रों में भी गहराता जा रहा है। हवाई यात्राएं सबसे अधिक प्रभावित हो रही हैं क्योंकि सुरक्षा प्राथमिकता बन चुकी है। यात्रियों को चाहिए कि वे यात्रा की योजना बनाते समय ताज़ा अपडेट और एयरलाइंस की एडवाइजरी को जरूर ध्यान में रखें।