चार दिन में दूसरी बड़ी वारदात
तेल अवीव: यरुशलम, इजरायल(Israel) में शुक्रवार को एक होटल के बाहर चाकूबाजी की घटना हुई, जिसमें दो लोग घायल हो गए। हमला होटल के ही एक फिलिस्तीनी(Palestinian) कर्मचारी ने किया। पुलिस ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। हमलावर को मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने दबोच लिया। यह घटना चार दिन के भीतर दूसरी बार सामने आई है, जिसने इजरायल में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता बढ़ा दी है।
हमलावर होटल का कर्मचारी निकला
यरुशलम के पश्चिम में किबुत्ज त्जुबा(Kibbutz Tzuba) स्थित होटल में 42 वर्षीय कर्मचारी ने अचानक हमला कर दिया। चाकू से किए गए वार में 50 वर्षीय व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि 23 वर्षीय युवक को हल्की चोट आई। बताया जा रहा है कि संदिग्ध पूर्वी यरुशलम के शुआफत इलाके का रहने वाला है और पहले भी सुरक्षा मामलों में उसका आपराधिक इतिहास रहा है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार आरोपी ने होटल की रसोई से चाकू उठाया और मेहमानों पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। उस वक्त होटल में ठहरे एक पुलिस अफसर ने, जो ड्यूटी पर नहीं था, बहादुरी दिखाते हुए उसे काबू में कर लिया। घायल व्यक्तियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें एक की हालत नाजुक बनी हुई है।
पुलिस का सख्त रुख और हालिया हमले
इजरायली(Israel) पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि यह हमला पूर्व नियोजित आतंकी वारदात थी। तीन अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है। पुलिस ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं।
गौरतलब है कि 8 सितंबर को यरुशलम के एक बस स्टॉप पर दो फिलिस्तीनियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर पांच लोगों की जान ले ली थी। इस घटना के बाद से पूरे देश में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, लेकिन अब होटल हमले ने हालात को और तनावपूर्ण बना दिया है। लोगों में दहशत का माहौल है और सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू कर दी है।
होटल पर हमला क्यों हुआ?
हमला करने वाला संदिग्ध होटल का कर्मचारी था, जिसने निजी कारणों और पुराने सुरक्षा मामलों की पृष्ठभूमि में यह कदम उठाया। पुलिस ने इसे आतंकी हमला बताया है और अन्य पहलुओं की जांच की जा रही है।
हालिया घटनाओं से इजरायल पर क्या असर पड़ा?
पिछले चार दिनों में दो बड़े हमलों ने सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरे खड़े कर दिए हैं। लगातार हो रही हिंसक वारदातों ने आम नागरिकों में डर का माहौल बना दिया है और सरकार को सुरक्षा रणनीति कड़ी करने पर मजबूर किया है।
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