श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गए। यह घटना शुक्रवार (20 सितंबर 2025) देर शाम उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके में घटी, जब खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) ने संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर अचानक गोलीबारी की, जिसमें एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटनाक्रम की पूरी तस्वीर:
- शुक्रवार शाम: डूडू-बसंतगढ़ क्षेत्र और पड़ोसी डोडा जिले के भद्रवाह में सेओज धार वन सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली। सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी की और तलाश शुरू की।
- गोलीबारी: जैसे ही बल आतंकवादियों के ठिकाने के करीब पहुंचे, छिपे हुए हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी गोली चलाई, लेकिन मुठभेड़ रुक-रुक कर चली।
- रात का सन्नाटा: रात होते ही मुठभेड़ स्थल के आसपास कड़ी घेराबंदी कर दी गई। घायल जवान को हेलीकॉप्टर से निकटतम अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे शहीद हो गए।
- शनिवार सुबह: आज सुबह से तलाश अभियान दोबारा जोर-शोर से शुरू हो गया। वन क्षेत्र होने के कारण इलाका जंगली और दुर्गम है, जहां दो से तीन हथियारबंद आतंकवादी छिपे होने का अनुमान है।
हताहत और शहीद जवान:
मुठभेड़ में एक जवान की शहादत हुई है। सेना ने अभी शहीद के नाम, यूनिट या अन्य व्यक्तिगत विवरण जारी नहीं किए हैं, लेकिन परिवार को सूचित कर दिया गया है। आतंकवादियों के हताहत होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि सुरक्षा बलों का मानना है कि कुछ में घायल हो सकते हैं। जम्मू क्षेत्र में हाल के दिनों में युद्ध-प्रशिक्षित आतंकवादियों की घुसपैठ बढ़ी है, जो पाकिस्तान से सटी सीमा के पास सक्रिय हैं।
चल रहे अभियान: ड्रोन और कुत्तों की तैनाती
सेना और पुलिस ने व्यापक सर्च ऑपरेशन चला रखा है। वन क्षेत्र की घनी झाड़ियों और ऊबड़-खाबड़ इलाके में छिपे आतंकवादियों को ढूंढने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है:
- ड्रोन: हाई-टेक ड्रोन कैमरों से ऊपरी इलाके की निगरानी की जा रही है, जो थर्मल इमेजिंग से गर्मी के स्रोतों का पता लगाते हैं।
- खोजी कुत्ते: विशेष प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड को तैनात किया गया है, जो विस्फोटक और मानव गंध का पता लगाने में माहिर हैं।
- अतिरिक्त बल: उधमपुर और डोडा दोनों तरफ से रिनफोर्समेंट भेजा गया है। अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी संदिग्धों को पकड़ या खत्म न कर लिया जाए।
अधिकारियों के बयान और पृष्ठभूमि
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “रातभर घेराबंदी बरकरार रही। सुबह से संयुक्त तलाशी अभियान फिर शुरू हो गया है। हम किसी भी संभावित खतरे को नाकाम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” सेना के प्रवक्ता ने कहा कि यह ऑपरेशन खुफिया इनपुट पर आधारित था, और जम्मू क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को कुचलने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।
पृष्ठभूमि में, जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में आतंकी हमलों में इजाफा हुआ है। विशेष रूप से उधमपुर-डोडा सीमा पर घुसपैठ की कोशिशें बढ़ी हैं, जहां लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के युद्ध-प्रशिक्षित लड़ाके सक्रिय बताए जाते हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद भी यह इलाका संवेदनशील बना हुआ है।
वर्तमान स्थिति:
शनिवार दोपहर तक अभियान जारी है। कोई नई गोलीबारी की खबर नहीं है, लेकिन सुरक्षा बल सतर्क हैं। स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत सूचना दें। यह घटना क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती को रेखांकित करती है, लेकिन शहीद जवान की कुर्बानी पूरे देश को झकझोर रही है।
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