चैना और ताइवान के बीच बढ़ते खिंचाव के बीच जापान ने अपनी सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यदि इस क्षेत्र में सैन्य संघर्ष बिखेरता है, तो जापान ताइवान के पास स्थित अपने दूरवर्ती के द्वीपों से 1 लाख से अधिक नागरिकों को सुरक्षित निकालने की योजना बना रहा है।
जापान के दक्षिण-पश्चिम में स्थापित साकिशिमा द्वीप समूह से करीब 1,10,000 मूल निवासी और 10,000 पर्यटकों को जहाज और विमानों के जरिए बाहर जाएगा। द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, जापान सरकार ने इस संबंध में एक विस्तृत इमरजेंसी रेस्क्यू प्लान तैयार किया है। बाहर गए लोगों को छह दिनों के भीतर जापान के विभिन्न आठ प्रांतों में परिवर्तन किया जाएगा। प्रारंभिक तौर पर इन्हें निजी नौकाओं और हवाई मार्ग से क्यूशू द्वीप तक ले जाया जाएगा।
टोक्यो सरकार ने घोषणा की है कि अप्रैल 2025 से इन द्वीपों से निवासी को निकालने के लिए अभ्यास (ड्रिल) शुरू किया जाएगा। ये द्वीप ओकिनावा प्रांत का हिस्सा हैं और किसी भी सेना संघर्ष में मुख्य रूप से प्रभाव हो सकते हैं।
ताइवान पर चैना का बढ़ता खिंचाव
ताइवान खुद को एक आजाद राष्ट्र मानता है, लेकिन चैना इसे अपना स्थान बताते हुए इसे “वापस मिलाने” की बात करता है। हाल के साल में चैना ने ताइवान पर सैन्य दबाव बढ़ाया है और कई बार बल प्रयोग की चेतावनी भी दी है। जापान के इन द्वीपों की भूगोल-संबंधी हालत ऐसी है कि किसी भी संघर्ष की हालत में वे सीधे प्रभाव में आ सकते हैं। इसी वजह से जापान अपनी नागरिक रक्षा की प्लॉट को लेकर पहले से सतर्क है।