Joint Home Loan में Co-Applicant की मौत के बाद क्या होगा EMI और Property का?
Joint Home Loan आज के समय में एक सामान्य वित्तीय विकल्प बन चुका है, जहां पति-पत्नी, भाई-बहन या पिता-पुत्र मिलकर लोन लेते हैं। लेकिन अगर Co-Applicant की मृत्यु हो जाए, तो कई कानूनी और आर्थिक सवाल खड़े हो जाते हैं। सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि अब बची EMI कौन भरेगा और प्रॉपर्टी पर हक किसका होगा?
1. EMI की जिम्मेदारी किसकी होगी?
जब दो या अधिक लोग मिलकर होम लोन लेते हैं, तो सभी को लोन की संयुक्त जिम्मेदारी होती है। अगर Co-Applicant की मृत्यु हो जाती है:
- Primary Applicant को पूरी EMI चुकानी होगी
- बैंक को किसी एक से पूरा भुगतान चाहिए होता है
- यह सह-आवेदक की मृत्यु के बाद भी नहीं रुकता
Joint Home Loan में बैंक को राशि की रिकवरी की चिंता होती है, न कि किसने कितना हिस्सा लिया।
क्या इंश्योरेंस काम आएगा?
अगर लोन के साथ होम लोन इंश्योरेंस लिया गया है:
- मृत Co-Applicant के हिस्से का कर्ज बीमा कंपनी चुका सकती है
- इसके लिए दावा प्रक्रिया पूरी करनी होगी
- इससे Primary Applicant पर वित्तीय बोझ कम हो सकता है
Home Loan Insurance होना ऐसी स्थिति में बहुत फायदेमंद साबित होता है।
2. प्रॉपर्टी पर हक किसका होगा?
Co-Applicant की मृत्यु के बाद प्रॉपर्टी का अधिकार कई कारकों पर निर्भर करता है:
- यदि Co-Applicant सह-मालिक (Co-Owner) भी था, तो उसका हिस्सा कानूनी उत्तराधिकारी को मिलेगा
- अगर वह सिर्फ Co-Applicant था, लेकिन Owner नहीं था, तो उसे प्रॉपर्टी का कोई हिस्सा नहीं मिलेगा
- किसी वसीयत (Will) या उत्तराधिकार कानून के तहत ही मालिकाना तय होगा
Property Ownership और Loan Liability दोनों अलग-अलग मुद्दे हैं।
न्यायिक दृष्टिकोण क्या कहता है?
- Succession Law के तहत हकदार वारिस ही संपत्ति के हकदार होंगे
- बैंक उस हिस्से पर कब्जा कर सकती है, अगर लोन भुगतान न हो
- Legal Heir को लोन में शामिल करना पड़ सकता है
Joint Home Loan लेने से पहले Ownership Structure को स्पष्ट करना जरूरी होता है।
3. क्या करें ऐसे हालात से बचने के लिए?
- लोन के साथ टर्म इंश्योरेंस या लोन प्रोटेक्शन प्लान लें
- Property Agreement में साफ़ उल्लेख करें कि Owner कौन है
- Co-Applicant की मृत्यु की स्थिति में Legal Advice जरूर लें
- EMI चुकाने की क्षमता पहले से आंके
Joint Home Loan की प्लानिंग में सिर्फ सह-आवेदक ही नहीं, संभावित जोखिम भी शामिल करने चाहिए।
जिम्मेदारी और अधिकार दोनों को समझना जरूरी
Joint Home Loan में Co-Applicant की मृत्यु केवल भावनात्मक नहीं, बल्कि आर्थिक और कानूनी संकट भी ला सकती है। EMI की जिम्मेदारी पूरी तरह से बचे हुए लोनधारक पर आ जाती है, और प्रॉपर्टी का मालिकाना हक कानून के अनुसार तय होता है। इसलिए लोन लेते समय सभी पहलुओं को ध्यान से समझना और भविष्य की तैयारी करना बेहद जरूरी है।