आंध्रप्रदेश के तिरुपति में आज से बालाजी भगवान के खास उत्सव विग्रह को लाकर अमरावती में कल्याण उत्सव मनाया जा रहा है। इसके बाद अमरावती को राजधानी बनाने से जुड़े कार्य शुरू होंगे।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती को फिर से आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाने का फैसला किया है। इसके तहत आज तिरुपति बालाजी भगवान के खास उत्सव विग्रह के साथ अमरावती में कल्याण उत्सव मनाया जा रहा है। जिसमें वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ तिरुपति बालाजी मंदिर के पुजारी कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं । इस कार्यक्रम के बाद नई राजधानी के निर्माण का कार्य तेजी से शुरू होगा।
पूर्व सीएम पलट दिया था नायडू का फैसला
गौरतलब है कि जगनमोहन रेड्डी जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने अमरावती को राजधानी बनाने के चंद्रबाबू नायडू के फैसले को पलट दिया था, और उसकी जगह कार्यपालिका ,न्यायपालिका और आर्थिक राजधानी के लिए तीन अलग-अलग शहरों को चुना था।
अब चुनावों के बाद आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की सरकार फिर से आ चुकी है। तो ऐसे में अमरावती के विकास पर ध्यान देकर उसे फिर से राजधानी बनाया जा रहा है। इसके लिए पहले चरण में 30 हज़ार करोड रुपए खर्च किए जाने प्रस्तावित है।
सीएम की मंदिर के प्रति गहरी आस्था
चंद्रबाबू नायडू की तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रति काफी गहरी आस्था है। यहां पर नब्बे के दशक में उन पर नक्सलियों ने विस्फोट करके जानलेवा हमला किया था ,लेकिन उनका कहना है कि भगवान वेंकटेश्वर बालाजी के आशीर्वाद और काफिले में मौजूद बुलेट प्रूफ गाड़ियों के चलते ही बाल बाल बचे थे और उन्हें नई जिंदगी मिली थी। इसी वजह है कि सत्ता में आने के बाद अपनी नई राजधानी के अधूरे पड़े कार्यो को फिर से गति देने के लिए फिर से कल्याण उत्सव करवा रहे हैं। इस भव्य कार्यक्रम में चंद्रबाबू नायडू ने अपनी सरकार के सभी मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के साथ अमरावती और आसपास के सभी किसानों को खास तौर पर आमंत्रित किया है।