कांचा गच्चीबावली विवादित भूमि मामले में पुलिस ने दी थी नोटिस
हैदराबाद। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और राज्य पर्यटन सचिव स्मिता सभरवाल शनिवार को गच्चीबावली पुलिस के समक्ष पेश हुईं और कांचा गच्चीबावली विवादित भूमि मामले से संबंधित उन्हें दिए गए नोटिस के संबंध में अपना बयान दर्ज कराया। बाद में अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर प्रतिक्रिया देते हुए सभरवाल ने कहा कि उन्होंने गच्चीबावली पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया है।
गच्चीबावली पुलिस अधिकारियों को दिया अपना विस्तृत बयान
उन्होंने लिखा कि एक कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में, मैंने आज बीएनएसएस अधिनियम के तहत पुलिस अधिकारियों को अपना विस्तृत बयान दिया है। वरिष्ठ नौकरशाह ने आगे कहा कि इस पोस्ट को सोशल नेटवर्किंग साइट पर 2,000 से अधिक व्यक्तियों द्वारा पुनः साझा किया गया और उन्होंने यह स्पष्टीकरण मांगा कि क्या सभी के लिए समान कार्रवाई शुरू की गई थी।
शेयर की थी घिबली-शैली की तस्वीर
उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं है, तो इससे चयनात्मक लक्ष्यीकरण के बारे में चिंता पैदा होती है, जो बदले में कानून के समक्ष प्राकृतिक न्याय और समानता के सिद्धांतों से समझौता करता है। स्मिता सभरवाल ने 31 मार्च को अपने ‘एक्स’ हैंडल से कांचा गच्चीबावली की ज़मीन के बारे में एक घिबली-शैली की तस्वीर शेयर की थी।
क्या था पोस्ट में?
उस पोस्ट में मशरूम रॉक के सामने बड़ी संख्या में बुलडोजर तैनात थे, जबकि बुलडोजर के सामने मोर और हिरण खड़े थे। जांच कर रही पुलिस ने कहा कि यह फर्जी फोटो है। इस मामले में उन्होंने स्मिता सभरवाल को नोटिस भेजकर उनका बयान मांगा है।