हैदराबाद : बेंगलुरु में आयोजित चौथी दक्षिण भारत कराटे चैंपियनशिप 2025 के विजेताओं और मास्टर्स को सम्मानित करने के लिए तेलंगाना कराटे एसोसिएशन (Karate Association) के तत्वावधान में गांधी भवन (Gandhi Bhavan) में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
तेलंगाना टीम ने 8 स्वर्ण और 6 रजत जीते
तेलंगाना टीम ने कराटे में 8 स्वर्ण, 6 रजत और 8 कांस्य पदक जीते और विजेताओं को टीपीसीसी अध्यक्ष और एमएलसी बी महेश कुमार गौड़ ने सम्मानित किया। खेल प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवसेना रेड्डी ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।

कांग्रेस सरकार की खेलों में विशेष रुचि : टीपीसीसी प्रमुख
जनसमूह को संबोधित करते हुए, टीपीसीसी प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस सरकार खेलों में विशेष रुचि दिखा रही है और मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी बड़े पैमाने पर खेलों को बढ़ावा दे रहे हैं। तेलंगाना ने हाल ही में केआईओ राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप की सफलतापूर्वक मेजबानी की। उन्होंने बताया कि सरकार 2027 में हैदराबाद में एशियाई कराटे चैंपियनशिप आयोजित करने की योजना बना रही है।
कराटे क्या होते हैं?
एक जापानी मार्शल आर्ट (Martial Art) है, जिसका अर्थ होता है “खाली हाथ से लड़ना”। इसमें शरीर के विभिन्न अंगों जैसे हाथ, पैर, घुटने, कोहनी और खुले हाथ का उपयोग करके आत्मरक्षा की जाती है। कराटे में शारीरिक फिटनेस, मानसिक एकाग्रता और अनुशासन पर विशेष बल दिया जाता है।
कराटे के जनक कौन हैं?
कराटे की उत्पत्ति जापान के ओकिनावा द्वीप में हुई थी।
इसके प्रमुख जनकों में शामिल हैं:
- गिचिन फुनाकोशी (Gichin Funakoshi) – इन्हें आधुनिक कराटे का पिता (Father of Modern Karate) कहा जाता है।
- उन्होंने कराटे को जापान की मुख्य भूमि में लोकप्रिय बनाया और Shotokan Style की स्थापना की।
कराटे के फायदे क्या हैं?
कराटे के कई शारीरिक, मानसिक और सामाजिक लाभ हैं:
शारीरिक लाभ:
- शरीर की ताकत और लचीलापन बढ़ता है
- सहनशक्ति और संतुलन बेहतर होता है
- आत्मरक्षा की क्षमता विकसित होती है
- मानसिक लाभ:
- आत्मविश्वास और अनुशासन बढ़ता है।
- तनाव और डर से मुकाबला करने की शक्ति मिलती है।
- एकाग्रता और आत्मनियंत्रण में सुधार होता है।
सामाजिक लाभ:
- टीम वर्क और नेतृत्व के गुण विकसित होते हैं
- सम्मान और विनम्रता की भावना आती है।
- प्रतिस्पर्धात्मक सोच का विकास होता है।
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