केरल कैथोलिक बिशप्स काउंसिल (KCBC) ने केंद्र सरकार द्वारा कथित वक्फ संशोधन प्रस्ताव को समर्थन देते हुए राज्य के सांसदों से इसके पक्ष में मतदान करने की अपील की है। इस प्रस्ताव को लेकर पूरे देश में चर्चा जारी है, जहां कई मुस्लिम संगठन और नेता इसका विरोध कर रहे हैं, वहीं अब मोदी सरकार को KCBC का समर्थन मिला है।
KCBC ने 29 मार्च 2025 को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में वक्फ कानून की “अवैध और अन्यायपूर्ण” धाराओं में संशोधन की मांग की है। बयान में मुनंबन भूमि संघर्ष का जिक्र किया गया है, जिसमें केरल राज्य वक्फ बोर्ड ने एर्नाकुलम जिले के मुनंबम क्षेत्र में 404 एकड़ भूमि पर औषधि किया था। इस पर वहां के 600 से अधिक परिवारों ने दुश्मनी जताया, जिनमें लैटिन कैथोलिक ईसाई और पिछड़े वर्गों के हिंदू शामिल थे। इन वंश ने उपचार किया कि उन्होंने यह जमीन फारूक कॉलेज से दशकों पहले खरीदी थी और वे इसके कानूनी मालिक हैं।
KCBC के अध्यक्ष प्रमुख क्लेमिस कथोलिका बावा, उपाध्यक्ष बिशप अनेक कन्नूक्कटन और महासचिव बिशप एलेक्स पर्यायवाची ने विधेयक के “आपत्तिजनक” प्रावधानों में संशोधन का समर्थन करने की अपील की है। बीजेपी, जो केरल में ईसाई समुदाय तक पहुंच बनाने की प्रयत्न कर रही है, ने KCBC के इस रुख की सराहना की है।
केरल कैथोलिक बिशप्स काउंसिल (KCBC) का समर्थन, वक्फ संशोधन प्रस्ताव पर बढ़ी सियासी हलचल
केरल कैथोलिक बिशप्स काउंसिल (KCBC) एक शक्तिशाली समूह है, जिसमें सिरो-मालाबार, लैटिन और सिरो-मलंकरा गिरजाघर से जुड़े कैथोलिक बिशप शामिल हैं। KCBC पहले ही संसद की सम्बद्ध आयोग के समक्ष वक्फ अधिनियम पर प्रार्थना दायर कर चुका है।
मुनंबन भूमि संघर्ष में, केरल की शासक CPM और विपक्षी कांग्रेस ने अधिवासी के समर्थन में बयान दिए थे और वादा किया था कि जिनके पास वैध कागज़ हैं, उन्हें निष्कासित नहीं किया जाएगा। हालांकि, इन दोनों दलों ने केंद्र राज्य के वक्फ सुधार विधेयक का शत्रुता किया है।
KCBC का मानना है कि इस विधेयक के पारित होने से मुनंबन के कष्टित को न्याय मिलेगा। राज्य सरकार ने इस मतभेद के समाधान के लिए एक कानूनी आयोग बनाया था, लेकिन उच्च अधिकरण ने हाल ही में इस आयोग को रद्द कर दिया। इससे विभिन्न संघ के बीच विवाद बढ़ने की आशंका है।
कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन UDF की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने इस मुद्दे पर ईसाई समूह का समर्थन किया है। IUML ने बिशपों से कई दौर की बोलचाल कर आश्वासन दिया कि मुस्लिम बिरादरी भूमि अतिक्रमक को बेदखल करने के पक्ष में नहीं है।
केरल में राजनीतिक आधार सबल करने की कोशिश कर रही भाजपा के लिए KCBC का वक्फ बिल पर समर्थन एक प्रयोजनीय प्रसंग माना जा रहा है।