Kedarnath Helicopter Crash Aryan Aviation पर केस दर्ज, नए आदेश—जानिए पूरी जानकारी Aryan Aviation के खिलाफ FIR, अधिकारी होंगे जिम्मेदार
Kedarnath में हुए दर्दनाक हेलीकाप्टर हादसे के बाद, जहां 7 लोगों की जान गई, वहीं Aryan Aviation की Accountable Manager कौशिक पाठक और Vikas Tomar के खिलाफ Section 105 BNS और Section 10 Aircraft Act के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अभियोजन के तहत इन पर ‘culpable homicide’ की कोशिश का आरोप लगाया गया है।
CM धामी का निर्णय: लेसन्स सस्पेंड और उच्च-स्तरीय जांच
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दो घंटे के अंदर कंपनी के हेलीकॉप्टर ऑपरेशन पर रोक लगा दी और DGCA को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया। घटनास्थल पर AAIB एवं DGCA टीमों की पहुंच बढ़ी, ताकि जांच निष्पक्ष और तीव्र हो सके ।

‘Command & Coordination Centre’ की स्थापना
इस हादसे ने दिखाया कि Char Dham रूट पर विमान संचालन में गंभीर समन्वय की कमी थी। इसलिए एक Common Command & Coordination Centre (Dehradun में) स्थापित करने का निर्णय लिया गया, जिसमें शामिल होंगे:
- DGCA और UCADA
- Disaster Management विभाग
- Civil Aviation मंत्रालय
- ऑपरेटर कंपनी प्रतिनिधि
- ATC एवं मौसम विशेषज्ञ
इस केंद्र का कार्य होगा:
- सुरक्षा SOP विकसित करना
- पायलट सर्टिफिकेशन तय करना
- पूर्व-उड़ान तकनीकी जाँच और मौसम अपडेट
- लाइव हेलिपैड कैमरा और Twin-engine हेलिकॉप्टर की निगरानी सुनिश्चित करना।

पिछले हादसों के बाद SOP में बदलाव
- मई में भी इसी रूट पर तकनीकी समस्या की वजह से इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी ।
- DGCA ने Char Dham रूट पर 5 हेलीक्रैश और 3 इमरजेंसी लैंडिंग के बाद फाइन और सख्त चेतावनी दी थी।
- नया SOP सितंबर तक तैयार करके प्रधानमंत्री स्तर तक भेजा जाएगा, और तब तक केवल अनुभवी पायलटों को ही उड़ाने की अनुमति होगी ।
Kedarnath Helicopter Crash एक चिंताजनक संकेत बन गया कि Char Dham रूट पर हवाई सुरक्षा तंत्र और निगरानी अव्यवस्थित हैं। अब सरकार ने Aryan Aviation पर मुकदमा दर्ज करके और एक Command Centre स्थापित करके एक मजबूत और समन्वित जाँच प्रक्रिया की शुरुआत की है।
यह कदम भविष्य में यात्रियों की सुरक्षा और हेलिकॉप्टर ऑपरेशन्स में विश्वसनीयता लौटाएगा।