प्योंगयांग,। परमाणु हथियारों को लेकर दुनिया में होड़ तेज है और इसी कड़ी में उत्तर कोरिया (North Koria) के नेता किम जोंग उन (Kim Jong UN) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की होने वाली बैठक में परमाणु हथियारों और सैन्य ताकत को बढ़ाने की नीति पेश की जाएगी।
अमेरिका से असफल वार्ता के बाद कड़ा रुख
2019 में अमेरिका के साथ शिखर सम्मेलन विफल होने के बाद से उत्तर कोरिया लगातार कहता आ रहा है कि वह अपने परमाणु हथियार कभी नहीं छोड़ेगा।
हथियार अनुसंधान केंद्र का दौरा
हाल ही में किम जोंग उन ने हथियार अनुसंधान केंद्रों का दौरा किया। यहां उन्होंने कहा कि प्योंगयांग परमाणु शक्ति और सशस्त्र बलों को एक साथ मजबूत करेगा। साथ ही उन्होंने पारंपरिक सैन्य ताकत को आधुनिक बनाने पर भी जोर दिया।
रूस से नजदीकी और यूक्रेन युद्ध का असर
विश्लेषकों का मानना है कि किम को यूक्रेन युद्ध (Ukraine War) से हिम्मत मिली है। उत्तर कोरिया ने रूस को हजारों सैनिक भेजकर समर्थन दिया है। इसके बाद रूस और प्योंगयांग के बीच रक्षा समझौता भी हुआ। सियोल का आरोप है कि रूस, उत्तर कोरिया को सैन्य तकनीक उपलब्ध करा रहा है।
विशेषज्ञों की राय
कोरिया इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल यूनिफिकेशन के सीनियर एनालिस्ट होंग मिन के अनुसार, किम का मानना है कि केवल परमाणु हथियारों से डराने की सीमा भर है। इसलिए अब प्योंगयांग पारंपरिक हथियारों को आधुनिक बनाकर अपनी युद्ध क्षमता बढ़ाना चाहता है।
किम जोंग उन कौन थे?
किम जोंग उन (जन्म 8 जनवरी 1983 या 1984) एक उत्तर कोरियाई राजनेता और तानाशाह हैं, जिन्होंने 2011 से उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता और 2012 से वर्कर्स पार्टी ऑफ़ कोरिया (WPK) के महासचिव के रूप में कार्य किया है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की उम्र कितनी है?
अमेरिकी सरकार ने किम जोंग उन का जन्म वर्ष 1984 बताया है, जिससे उनकी उम्र 40 वर्ष हो जाएगी।
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