हैदराबाद। ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए आने वाले दिनों में मांग को पूरा करने के लिए सरकारी कोयला कंपनियों द्वारा गुणवत्तापूर्ण कोयला उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय कोयला मंत्रालय ने कमर कस ली है। इसके तहत कोल इंडिया और सिंगरेणी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड की एक अहम समीक्षा बैठक केंद्रीय कोयला मंत्री किशन रेड्डी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कोयला उत्पादन लागत में कमी, गुणवत्ता, आपूर्ति और अन्य मुद्दों के संदर्भ में आने वाली चुनौतियों और उन पर उठाए जाने वाले कदमों पर अहम दिशा-निर्देश दिए गए।
कोयला उत्पादन की लागत में कमी लाने का प्रयास करें: किशन रेड्डी
केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी की अध्यक्षता में दिल्ली से आयोजित इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में कोयला सचिव विक्रम देव दत्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर सिंगरेणी कंपनी के चेयरमैन और एमडी एन. बलराम ने शहर के सिंगरेनी भवन से समीक्षा में हिस्सा लिया। उन्होंने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए सिंगरेनी कंपनी की प्रगति, भविष्य की योजनाओं और अन्य मुद्दों के बारे में बताया।
इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कोयला उत्पादन की लागत में बिना किसी समस्या के महत्वपूर्ण कमी लाई जानी चाहिए, जिससे श्रमिकों के वेतन और कल्याण कार्यक्रमों में कोई समस्या न आए। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ट्रेड यूनियनों का सहयोग लिया जाना चाहिए और कार्य संस्कृति में सुधार किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उत्पादन की लागत कम करने के लिए कोयला मंत्रालय के सिंगरेणी अधिकारियों और विशेषज्ञों की एक समिति बनाई जानी चाहिए।
समिति को प्रत्यक्ष क्षेत्र निरीक्षण करना चाहिए: केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि समिति को प्रत्यक्ष क्षेत्र निरीक्षण करना चाहिए और उत्पादन की लागत कम करने के लिए समिति द्वारा दिए गए व्यावहारिक सुझावों को तुरंत लागू किया जाना चाहिए। कोयला सचिव विक्रम देव दत्त ने कहा कि कोयला कंपनियों के अस्तित्व के लिए नई खदानों को बढ़ाना महत्वपूर्ण है और उन्होंने कहा कि उत्पादन की लागत को कम करके, कोयले की कीमतों को उपभोक्ताओं के लिए वहनीय बनाया जा सकता है, जिससे अंततः बिजली उत्पादन की लागत कम होगी और लोगों को लाभ होगा।

बैठक में उन्होंने कोल इंडिया की खदानों के साथ-साथ सिंगरेनी खदानों के प्रदर्शन और कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा की। सिंगरेणी कंपनी के निदेशक डी. सत्यनारायण राव (ईएंडएम), एलवी सूर्यनारायण राव (ऑपरेशंस), के. वेंकटेश्वरलू (पीएंडपी, पीए) और ईडी एसडीएम सुभानी और अन्य ने भाग लिया।