राष्ट्रीय स्तर की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की
नलगोंडा: कोडाद स्थित तेजा विद्यालय (Teja School) के पंद्रह विद्यार्थियों को 15 अगस्त को नई दिल्ली के लाल किले में आयोजित 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebration) में शामिल होने के लिए चुना गया है। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने तीन विषयों पर एक राष्ट्रीय स्तर की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की — नए भारत के निर्माण में महिलाओं की भूमिका, भारत की सीमा और राष्ट्रीय सुरक्षा में आत्मनिर्भर नवाचार। देश भर से भाग लेने वाले 2.15 लाख छात्रों में से 200 मेधावी छात्रों का चयन किया गया, जिनमें तेजा विद्यालय के 15 छात्र शामिल थे।
15 छात्रों को राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस समारोह देखने का मिला अवसर
स्कूल की प्रधानाचार्य यू रामा सोमी रेड्डी ने बताया कि स्कूल के 182 छात्रों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था, और शीर्ष 15 छात्रों को राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस समारोह देखने का अवसर मिला। निदेशक सोमी रेड्डी ने बताया कि इसकी तैयारियाँ जून की शुरुआत में ही शुरू हो गई थीं और छात्रों को रोज़ाना समाचार पत्र पढ़ने और प्रासंगिक पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया था।
लाल किले का इतिहास क्या है?
सत्रहवीं शताब्दी में मुगल बादशाह शाहजहां ने 1638 में लाल किले का निर्माण शुरू कराया और 1648 में इसे पूरा किया गया। यह दिल्ली में स्थित है और लाल बलुआ पत्थर से बना है। यह मुगल साम्राज्य की शाही राजधानी और वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है।
लाल किला की कहानी क्या है?
दिल्ली में स्थित लाल किला मुगलों की शक्ति, कला और संस्कृति का प्रतीक है। इसका निर्माण शाहजहां ने अपनी राजधानी आगरा से दिल्ली स्थानांतरित करते समय कराया। यह कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा, जिसमें 1857 का विद्रोह और स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने की परंपरा शामिल है।
लाल किले का असली मालिक कौन था?
मूल रूप से लाल किला मुगल बादशाह शाहजहां का था, जिन्होंने इसे बनवाया। उनके उत्तराधिकारियों ने भी इसे अपनी शाही आवास के रूप में उपयोग किया। ब्रिटिश शासन के दौरान इसका नियंत्रण अंग्रेजों के पास चला गया, और आज यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में है।
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