हड़प ली गई मंदिर की जमीन, भाजपा ने एक शब्द नहीं बोला
हैदराबाद। भारत राष्ट्र समिति (Bharat Rashtra Samithi) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव केटीआर (KT Rama Rao) ने शुक्रवार को तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष एन रामचंदर राव से भद्राद्री मंदिर भूमि अतिक्रमण के मुद्दे का समाधान करने की अपील की। उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा अध्यक्ष रामचंद्र राव के पास हमारे तेलंगाना के भद्राचलम रामचंद्र प्रभु के लिए समय नहीं है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में भद्राचलम मंदिर की 889.5 एकड़ जमीन हड़प ली गई और भाजपा की ओर से एक शब्द भी नहीं बोला गया।
सीटों के लिए छल-कपट करने का आरोप
उन्होंने आश्चर्य जताया कि भद्राचलम मंदिर की ज़मीन भाजपा के लिए इतनी पवित्र क्यों नहीं थी कि उसकी रक्षा की जा सके? वह चाहते थे कि आंध्र प्रदेश में अपनी राजनीतिक संबद्धता के बावजूद भाजपा इस मुद्दे पर आवाज़ उठाए। वह रामचंदर राव से जानना चाहते थे कि क्या पार्टी राज्य सरकार के साथ अपने गठबंधन के कारण इसे नज़रअंदाज़ कर रही है या भद्राद्रि को पूरी तरह से सौंपने की योजना बना रही है। उन्होंने भाजपा पर वोटों के लिए ‘राम’ का नाम जपने और सीटों के लिए छल-कपट करने का आरोप लगाया।
भाजपा की चालों पर नज़र रखे हुए है जनता
उन्होंने कहा कि तेलंगाना की जनता भाजपा की चालों पर नज़र रखे हुए है। राव ने रामचंदर राव से आग्रह किया कि वे या तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस मामले पर चर्चा करें या सहयोगियों से भद्राद्री मंदिर की भूमि की रक्षा करने और उसे अतिक्रमण से बचाने की अपील करें।

भारतीय जनता पार्टी के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
BJP के प्रथम अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी थे। पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुई थी। अटल जी एक प्रभावशाली वक्ता, कवि और जनप्रिय नेता थे। उन्होंने पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और बाद में प्रधानमंत्री भी बने।
भारतीय जनता पार्टी की स्थापना कब और किसने की?
BJP की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुई थी। इसकी स्थापना भारतीय जनसंघ के पूर्व नेताओं ने की, जिनमें प्रमुख नाम अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी थे। जनसंघ और जनता पार्टी के विलय-विभाजन के बाद BJP एक स्वतंत्र पार्टी बनी।
भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक कौन थे?
BJP के संस्थापक अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, सत्यनारायण सिंह, और अन्य पूर्व जनसंघ नेताओं को माना जाता है। इन्होंने 1980 में भारतीय जनसंघ और जनता पार्टी के विभाजन के बाद BJP की स्थापना की। इन नेताओं ने पार्टी की वैचारिक और संगठनात्मक नींव रखी।
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