स्थानीय चुनावों से पहले चुनिंदा गारंटी पर केटीआर ने उठाए सवाल
हैदराबाद। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (केटीआर) ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस सरकार चुनावी वादों की लंबी सूची को पूरा करने में विफल होकर तेलंगाना के लोगों को धोखा दे रही है। उन्होंने चल रहे वनकालम (खरीफ) सीजन के लिए रैतु भरोसा योजना (Raitu Bharosa Scheme) की शुरुआत के समय पर सवाल उठाया और कहा कि यह पिछली किस्तों की उपेक्षा करते हुए आगामी स्थानीय निकाय चुनावों को प्रभावित करने की एक चाल है। रामा राव ने रैतु भरोसा फंड जारी करने को सरकार के अधूरे आश्वासनों से ध्यान हटाने का एक दिखावा बताया।
तमाम योजनाओं पर केटीआर ने उठाए सवाल
उन्होंने पूछा, ‘धान के लिए वादा किया गया बोनस, कल्याण लक्ष्मी/शादी मुबारक योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता और एक तोला सोना, केसीआर किट और पोषण किट, महालक्ष्मी योजना (Mahalaxmi Scheme) के तहत 2,500 रुपये प्रति माह, युवा महिलाओं को इलेक्ट्रिक स्कूटर, रैतु बीमा और अधूरी फसल ऋण माफी कहां है?’ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक स्थानीय दैनिक के सरकारी विज्ञापन को साझा करते हुए, जिसमें कांग्रेस ने 100 दिनों के भीतर अपनी छह गारंटियों को लागू करने का वादा किया है, रामा राव ने कहा कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए झूठे वादे किए और फिर लोकसभा चुनावों के दौरान भगवान की कसम खाई।
पद हासिल करने पर अधिक ध्यान दे रहे कांग्रेस नेता
उन्होंने कहा, ‘वादों को पूरा न करने के बावजूद, वे अब स्थानीय चुनावों से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए नए हथकंडे अपना रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता जनता से किए गए अपने वादों को पूरा करने की बजाय पद हासिल करने पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि तेलंगाना की जनता सरकार द्वारा परिणाम दिए बिना पुराने वादों को नए सिरे से पेश करने के प्रयासों को करीब से देख रही है।
कांग्रेस शासन में पुलिस स्टेशन बन गए हैं समझौता केन्द्र : केटीआर
राजन्ना-सिरसिल्ला। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस सरकार के तहत पुलिस स्टेशन “समझौते” के केंद्र बन गए हैं और पुलिस पूरी तरह से कांग्रेस नेताओं के निर्देश पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बीआरएस सरकार के दस साल के कार्यकाल के दौरान इस तरह की प्रथाओं को कभी प्रोत्साहित नहीं किया गया। रामा राव मंगलवार को सिरसिल्ला में आत्महत्या करने वाले बीआरएस पार्टी कार्यकर्ता कुंतैया को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे।

अधिकारियों के व्यवहार को सुधारा जाना चाहिए
रामा राव ने कहा कि कुंतैया ने न्याय की मांग करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उनकी शिकायत पर ध्यान देने के बजाय पुलिस ने उनके खिलाफ ही जवाबी मामला दर्ज कर लिया। इसे अस्वस्थ प्रवृत्ति बताते हुए बीआरएस नेता ने कहा कि अधिकारियों के इस तरह के व्यवहार को सुधारा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीआरएस तब तक अपनी लड़ाई जारी रखेगी जब तक कुंतैया के परिवार को न्याय नहीं मिल जाता। कुंतैया सोमवार को एसीबी की पूछताछ से पहले रामा राव को नैतिक समर्थन देने हैदराबाद गए थे। हालांकि, वापस लौटने पर उन्होंने यह कदम उठाया।
परिवार के साथ खड़ी रहेगी बीआरएस
आत्महत्या के प्रयास के बारे में जानने के बाद, रामा राव ने स्थानीय नेताओं को निर्देश दिया था कि वे सुनिश्चित करें कि कुंतैया को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा सुविधा मिले। दुर्भाग्य से, इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। कुंतैया को समर्पित पार्टी कार्यकर्ता बताते हुए रामा राव ने गहरा दुख व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि बीआरएस उनके परिवार के साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने उनके बच्चों की शिक्षा और भविष्य का पूरा खर्च उठाने का वादा किया। इससे पहले दिन में रामा राव ने कुंतैया के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और पार्टी का पूरा समर्थन दोहराया।