,बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के केटीआर ने तेलंगाना में जारी कृषि संकट के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उस पर निशाना साधा। गुरुवार को सूर्यपेट में बीआरएस कार्यकर्ताओं की बैठक में बोलते हुए केटीआर ने दावा किया कि राज्य की फसलें सूखने का कारण प्राकृतिक सूखा नहीं बल्कि “कांग्रेस द्वारा लाया गया सूखा” है।
सिंचाई मुद्दों से निपटने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना करते हुए केटीआर ने निराशा व्यक्त की कि राज्य के जल मंत्री (उत्तम कुमार रेड्डी) की नलगोंडा में मौजूदगी के बावजूद क्षेत्र में पानी की एक बूंद भी नहीं बह रही है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) के प्रति अंधी नफरत के कारण मेडिगड्डा बैराज की मरम्मत किए बिना आंध्र प्रदेश को गोदावरी का पानी छोड़ रही है।
बीआरएस समर्थकों को एकजुट होने के लिए प्रोत्साहित करते हुए केटीआर ने हर गांव से कार्यकर्ताओं और युवाओं से 27 अप्रैल को वारंगल में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए गर्व से गुलाबी रंग के बीआरएस झंडे लेकर आने का आह्वान किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह वर्ष “बीआरएस संघर्ष का वर्ष” है और जनता से प्रभावी शासन बहाल करने के लिए बीआरएस का समर्थन करने का आग्रह किया।
केटीआर ने कहा कि कांग्रेस की अक्षमता को देखने के बाद अब जनता को केसीआर की महानता का एहसास हो गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोग मौजूदा प्रशासन की विफलताओं से राहत पाने के लिए बीआरएस की सत्ता में वापसी चाहते हैं।