केटीआर ने आरोपों को बताया राजनीतिक स्टंट
हैदराबाद। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव केटीआर ने मंगलवार को टीपीसीसी प्रमुख बी महेश कुमार गौड़ को कानूनी नोटिस भेजा, जिसमें विवादास्पद फोन टैपिंग मामले में उनके खिलाफ लगाए गए “निराधार और अपमानजनक” आरोपों की कड़ी निंदा की गई। आरोपों को राजनीतिक स्टंट बताते हुए उन्होंने बिना शर्त माफ़ी की मांग की और चेतावनी दी कि अगर इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियां जारी रहीं तो कानूनी परिणाम भुगतने होंगे। रामा राव ने एक बयान में कहा कि अपने चुनावी वादों को पूरा करने में विफल रहने वाली सत्तारूढ़ कांग्रेस स्थानीय निकाय चुनावों से पहले जनता का ध्यान भटकाने के लिए फोन टैपिंग विवाद को फिर से हवा दे रही है।
हम कानून का पालन करने वाले नागरिक : केटीआर
उन्होंने कहा, ‘जब आप शासन नहीं कर सकते, तो आप गपशप का सहारा लेते हैं।’ उन्होंने कांग्रेस पर इस मनगढ़ंत मामले को बदनाम करने के अभियान में बदलने की आलोचना की। पूर्व मंत्री ने बिना सबूत के की गई टिप्पणियों पर नाराजगी जताते हुए उन्हें शर्मनाक और अलोकतांत्रिक करार दिया। उन्होंने कहा, ‘हम कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं। मैंने जांच में सहयोग किया, भले ही मामला राजनीति से प्रेरित था। लेकिन बिना किसी सबूत के इस तरह के निराधार आरोप लगाना बेहद निंदनीय है।’ उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर इस तरह की उकसावेबाजी जारी रही तो बीआरएस कैडर चुप नहीं रहेगा।
ध्यान भटकाने की रणनीति के अलावा और कुछ नहीं
कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करते हुए रामा राव ने कहा कि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और टीपीसीसी प्रमुख महेश कुमार गौड़ जनता को गुमराह करने की होड़ में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक क्षमता की कमी के कारण वे ध्यान भटकाने की रणनीति पर निर्भर हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘यह प्रशासनिक विफलता और तथाकथित छह गारंटियों और 420 चुनावी वादों के विफल होने को छिपाने के लिए ध्यान भटकाने की रणनीति के अलावा और कुछ नहीं है।’ उन्होंने चेतावनी दी कि चरित्र हनन में लिप्त कांग्रेस नेताओं को अदालत में घसीटा जाएगा और उनसे मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए दुष्प्रचार करने के बजाय वास्तविक शासन पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।