नई दिल्ली। सिक्किम में प्रकृति ने एक बार फिर अपना कहर बरपाया। पश्चिमी सिक्किम (West Sikkim) के यांगथांग विधानसभा क्षेत्र के अपर रिम्बी इलाके में भूस्खलन (Landslide) की बड़ी घटना सामने आई है। इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
आधी रात को गिरी पहाड़ की चट्टानें
स्थानीय लोगों के अनुसार, सोमवार की रात करीब 12 बजे अचानक भारी बारिश के बाद पहाड़ का बड़ा हिस्सा खिसक गया और देखते ही देखते कई घर उसकी चपेट में आ गए। तेज गर्जना के साथ गिरी चट्टानों ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। घटना के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।
मौके पर मची अफरातफरी
भूस्खलन की चपेट में आने से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। घायलों को निकालने के लिए पुलिस, एसएसबी (SSB) के जवान और ग्रामीण तुरंत राहत-बचाव में जुट गए। बाढ़ग्रस्त ह्यूम नदी पर पेड़ों की लकड़ियों से अस्थायी पुल बनाकर दो गंभीर रूप से घायल महिलाओं को सुरक्षित निकाला गया।
अस्पताल में महिला की मौत
पुलिस अधीक्षक (SP) गेजिंग शेरिंग शेरपा ने बताया कि घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उपचार के दौरान एक महिला ने दम तोड़ दिया। दूसरी महिला की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।

तीन लोग अब भी लापता
प्रशासन के अनुसार, हादसे में तीन लोग अब भी लापता हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है और खोज अभियान तेज कर दिया गया है। लगातार बारिश और ऊबड़-खाबड़ रास्ते बचाव कार्य में बाधा डाल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
सिक्किम के मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने प्रशासन को राहत और बचाव कार्य तेज करने तथा प्रभावित परिवारों को तुरंत मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।
हर साल बढ़ रहा खतरा
विशेषज्ञों का मानना है कि सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के कई पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश और अनियोजित निर्माण कार्यों के कारण भूस्खलन का खतरा हर साल बढ़ता जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बीते कुछ हफ्तों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे जमीन कमजोर हो गई है और कई जगह दरारें भी पड़ चुकी हैं।
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