लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए टालना करते हुए बताया कि इस सत्र में कुल 16 विधेयक मंजूर किए गए, जिनमें निषेध संशोधन विधेयक, 2025 सबसे प्रमुख है। विरोधी दलों के अफ़रातफ़री के बीच अध्यक्ष ओम बिरला कहा कि बजट सत्र में कुल 26 बैठकें हुईं और सदन की प्रभावशीलता 118 प्रतिशत से अधिक रही। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 173 सदस्यों ने बातचीत की, जबकि केंद्रीय बजट पर 169 सदस्यों ने अपनी राय रखी।

सत्र के दौरान 10 सरकारी विधेयकों को फिर से प्रस्तुत किया गया और लोक श्रेष्ठता के विषयों पर बातचीत के लिए शून्य काल में 202 सदस्यों ने हिस्सा लिया, जो एक रिकॉर्ड है। गुरुवार रात राज्यसभा से भी निषेध संशोधन विधेयक पारित होने के बाद अब इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। उनके हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा और पुराना निषेध अधिनियम इतिहास बन जाएगा।