Lord Jagannath पुरूषोत्तम धाम पुरी का दिव्य रहस्य भगवान जगन्नाथ कौन हैं?
Lord Jagannath हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं।
इनकी पूजा विशेष रूप से उड़ीसा के पुरी में होती है, जहाँ इनका भव्य मंदिर स्थित है।
भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ विराजते हैं।
पुरूषोत्तम धाम की महिमा क्या है?
पुरी को पुरूषोत्तम धाम कहा जाता है और यह चार धामों में से एक है।
यह स्थान आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
- यहाँ की मूर्तियाँ लकड़ी की होती हैं, जो समय-समय पर बदली जाती हैं (नवकलेवर परंपरा)।
- भगवान जगन्नाथ का रूप विश्व को यह सिखाता है कि प्रेम, करुणा और समर्पण ही सच्ची भक्ति है।
रहस्यमयी तथ्य
- मंदिर की ध्वजा हमेशा हवा के विपरीत दिशा में फहराती है।
- रथयात्रा के समय लाखों श्रद्धालु इसे खींचने आते हैं।
- मंदिर के भीतर से कोई परिंदा तक नहीं उड़ता, जो विज्ञान के लिए भी रहस्य है।
- रसोई में बिना किसी माप के बना भोग कभी कम नहीं पड़ता।
रथयात्रा का महत्व
हर साल जून-जुलाई में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा होती है, जिसमें तीन रथों में तीनों भाई-बहन बाहर निकलते हैं।
- इसे देखने के लिए भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं।
- यात्रा में भाग लेने से मोक्ष की प्राप्ति मानी जाती है।
क्यों करें Lord Jagannath के दर्शन?
- जीवन में शांति और समृद्धि के लिए
- कष्टों से मुक्ति और आध्यात्मिक जागृति के लिए
- चार धाम यात्रा का यह एक आवश्यक भाग है
- उनकी कृपा से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं
Lord Jagannath केवल एक देवता नहीं बल्कि भक्तों के लिए विश्वास और प्रेम का प्रतीक हैं।
पुरी का यह धाम भक्ति, संस्कृति और रहस्यों का संगम है।
हर किसी को जीवन में एक बार पुरुषोत्तम धाम जरूर जाना चाहिए और भगवान जगन्नाथ का दर्शन करना चाहिए।