सरकार ने सोमवार को भरोसा दिलाया कि डीजल और पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी के बावजूद इन दोनों ईंधनों के दाम नहीं बढ़ेंगे। हालांकि, एलपीजी सिलेंडर के दाम में 50 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की गई है।

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि अब 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर उज्ज्वला योजना के तहत 500 रुपये से बढ़कर 550 रुपये में मिलेगा, जबकि गैर-उज्ज्वला उपभोक्ताओं के लिए यह 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये का हो जाएगा।
पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 13 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर
एक्साइज ड्यूटी बढ़ने के असर पर पूछे गए सवाल पर पुरी ने कहा कि यह फैसला वित्त मंत्रालय का है और इसका
बोझ आम उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा।
उन्होंने कहा, “यह पैसा सरकारी खजाने में जाएगा और ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) के नुकसान की भरपाई के लिए इस्तेमाल होगा।”

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने सूचित किया है कि एक्साइज ड्यूटी बढ़ने के बावजूद पेट्रोल और डीजल के खुदरा दाम नहीं बढ़ेंगे।”
वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग की अधिसूचना के मुताबिक, अब पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 13 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 2024-25 (30 जनवरी 2025 तक) में पेट्रोल और डीजल की औसत खुदरा कीमत क्रमशः 94.73 रुपये और 87.63 रुपये रही, जो 2015-16 में 61.59 रुपये और 47.01 रुपये थी।
वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का कारण चल रहे टैरिफ युद्ध और कुछ बड़ी अर्थव्यवस्थाओं पर बढ़ता दबाव बताया जा रहा है।
विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा
इस बीच, विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कच्चे तेल की कीमतें पिछले चार वर्षों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं, फिर भी जनता को कोई राहत नहीं दी गई।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, “कच्चे तेल की कीमतें पिछले चार वर्षों में सबसे कम हो गई हैं। ऐसे में पेट्रोल-डीजल के दाम कम से कम 20 रुपये तक घटाए जाने चाहिए थे, लेकिन सरकार ने आज 2 रुपये बढ़ा दिए।”