Luxury क्रूज पर नोरोवायरस का प्रकोप, 200 से ज्यादा बीमार।

Luxury क्रूज पर नोरोवायरस का प्रकोप, 200 से ज्यादा बीमार।

Luxury क्रूज शिप पर नोरोवायरस का प्रकोप

1 अप्रैल 2025 को एक चौंकाने वाली खबर सामने आई, जब कुनार्ड लाइन की Luxury क्रूज शिप क्वीन मैरी 2 पर नोरोवायरस का प्रकोप फैल गया। इस वायरस ने चालक दल सहित 200 से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। यह जहाज 8 मार्च को इंग्लैंड के साउथम्पटन से रवाना हुआ था और न्यूयॉर्क, कैरेबियन द्वीपों जैसे सेंट लूसिया, बारबाडोस और डोमिनिका होते हुए 6 अप्रैल को वापस साउथम्पटन पहुंचने वाला है। लेकिन इस सफर के दौरान नोरोवायरस ने यात्रियों और क्रू मेंबर्स के लिए मुसीबत खड़ी कर दी।

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Luxury क्रूज पर नोरोवायरस का प्रकोप, 200 से ज्यादा बीमार।
Luxury क्रूज पर नोरोवायरस का प्रकोप, 200 से ज्यादा बीमार।

नोरोवायरस क्या है और इसके लक्षण

नोरोवायरस एक बेहद संक्रामक वायरस है, जिसे आमतौर पर “पेट का फ्लू” या “स्टमक बग” भी कहा जाता है। यह वायरस उल्टी, दस्त, पेट में ऐंठन और कभी-कभी बुखार जैसे लक्षण पैदा करता है। अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, इसकी रिपोर्ट 18 मार्च को न्यूयॉर्क में जहाज के रुकने के दौरान हुई। जहाज पर मौजूद 2,538 यात्रियों में से 224 और 1,232 चालक दल के सदस्यों में से 17 बीमार पड़ गए। यह वायरस भीड़-भाड़ वाली जगहों, जैसे क्रूज शिप, स्कूल या अस्पतालों में तेजी से फैलता है।

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क्रूज पर हालात और कार्रवाई

नोरोवायरस का प्रकोप फैलने के बाद कुनार्ड लाइन ने तुरंत कदम उठाए। जहाज पर गहन सफाई और कीटाणुशोधन की प्रक्रिया शुरू की गई। बीमार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को अलग कर दिया गया ताकि वायरस का प्रसार रोका जा सके। कुनार्ड के एक बयान में कहा गया, “हमारी टीम ने त्वरित कार्रवाई की और अतिरिक्त स्वास्थ्य प्रोटोकॉल लागू किए, जिससे बीमारी के मामलों में कमी देखी जा रही है।” CDC की वेसल सैनिटेशन प्रोग्राम के तहत मल के नमूने जांच के लिए लिए गए हैं। यह जहाज अपनी 1,132 फीट लंबाई के साथ दुनिया के सबसे बड़े क्रूज लाइनरों में से एक है।

क्यों है यह चिंता का विषय?

नोरोवायरस का प्रकोप क्रूज जहाजों पर कोई नई बात नहीं है। तंग जगहों, साझा सुविधाओं और खाने-पीने की चीजों के जरिए यह वायरस आसानी से फैल जाता है। भारत जैसे देशों में भी यह खतरा बना हुआ है, खासकर ट्रेनों, बसों और बाजारों जैसी भीड़ वाली जगहों पर। विशेषज्ञों का कहना है कि हाथ धोना, खाना अच्छे से पकाना और साफ-सफाई इस वायरस से बचने के सबसे कारगर तरीके हैं। हालांकि, यह बीमारी आमतौर पर 1-3 दिन में ठीक हो जाती है, लेकिन कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह खतरनाक हो सकती है।

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