वक्फ अधिनियम में हाल ही में किए गए संशोधन के बाद उपजे विवाद के बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य में वक्फ बोर्ड की एक नई इमारत का निर्माण किया जाएगा और इसका नाम पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा जाएगा।
एपीजे अब्दुल कलाम भवन : वक्फ का मतलब दान की गई संपत्ति
उन्होंने अपने सरकारी आवास पर वक्फ सुधार जागरूकता अभियान के तहत एक कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की। यादव ने कहा कि वक्फ का मतलब दान की गई संपत्ति है, जिसका उपयोग समाज हित में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले की विकृतियों को दूर करने के लिए नए वक्फ कानून में संशोधन किया गया है और संशोधन के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया है कि वक्फ संपत्तियों को सुरक्षित रखा जाए।
अरब देशों में भारत का सम्मान
यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम को पूरी दुनिया में सराहा जा रहा है। उन्होंने कहा, कतर, सऊदी अरब, इराक, ईरान आदि अरब देशों में प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान भारत का सम्मान माना जाता है। उन्होंने कहा कि 1947 में देश के बंटवारे के दौरान जो लोग जाने अनजाने में भारत छोड़कर पाकिस्तान चले गए उन्हें वहां मुहाजिर कहा जाता है और उनकी हालत खराब है।
मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड देश का आदर्श वक्फ बोर्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकों को स्वार्थी और चालाक लोगों से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड देश का आदर्श वक्फ बोर्ड है और अल्पसंख्यक समुदाय के हित में अधिकारी योजनाएं बनाएं। यादव ने वक्फ बोर्ड के कर्मचारियों के वेतन भत्ते के भुगतान में आ रही कठिनाइयों को दूर करने का भी आश्वासन दिया। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का नाम पूरी दुनिया में सम्मान के साथ लिया जाता है। जब उनका निधन हुआ था तो पूरे देश में हर कोई मायूस था।
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