एनसीपी के सीनियर नेता धनंजय मुंडे का कहना है कि वो अपनी मां .और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पिछले कुछ महीनों से अपने पैतृक गांव नथारा में फार्म हाउस में रह रहे हैं. क्योंकि उन्हें परली वैजनाथ शहर में अपने घर पंढरी का रिनोवेशन)करवाना है. उन्होंने कहा उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वालों ने कहा था कि मैं एक फार्म हाउस में रहता हूं लेकिन कल उन्होंने कहा कि वहां सिर्फ मेरी मां रहती हैं.
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी के सीनियर नेता धनंजय मुंडे ने हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था. उनके एक करीबी वाल्मिक कराड पर सरपंच संतोष देशमुख की हत्याकांड के आरोप लगे हैं. इसके बाद से ही मुंडे पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया था. मुंडे पर तमाम तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं अब धनंजय मुंडे का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि उन पर लगातार झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं.
मुंडे ने कहा कि वो अपनी मां और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पिछले कुछ महीनों से अपने पैतृक गांव नथारा में फार्म हाउस में रह रहे हैं. पूर्व मंत्री ने कहा उन्हें परली वैजनाथ शहर में अपने घर पंढरी का जीर्णोद्धार कार्य (रिनोवेशन) करवाना है. इसीलिए वो परिवार के साथ फार्म हाउस में रह रहे हैं और ये बात सभी को पता है. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वालों ने पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं एक फार्म हाउस में रहता हूं लेकिन कल उन्होंने कहा कि वहां सिर्फ मेरी मां रहती हैं और झूठा आरोप लगाया.
‘कुछ लोग मेरे परिवार पर झूठे आरोप लगा रहे’
इसके साथ ही मुंडे ने ये भी कहा कि सभी जानते हैं मेरे चचेरे भाई हर फैसले में उनके साथ मजबूती से खड़े होते हैं, लेकिन उस बारे में भी झूठे आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों से उन पर लगातार झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन अब, शायद झूठे आरोप लगाने के लिए और कुछ नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि यह परेशान करने वाला है कि कुछ लोग मेरे परिवार पर भी इस तरह के झूठे आरोप लगाकर घृणित राजनीति कर रहे हैं.
‘दुख की बात है कि राजनीति इस स्तर पर पहुंच गई’
पूर्व मंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में राजनीतिक और सामाजिक जीवन में मेरे खिलाफ इस तरह के झूठे आरोप और ड्रामे की स्क्रिप्ट रची गई. मेरी बीमारी और स्वास्थ्य का मज़ाक उड़ाया गया और बदनामी की गई , संदेह जताया गया. उन्होंने कहा कि मैंने वह सब सहन किया, लेकिन अगर कोई मेरी जन्म देने वाली मां पर ऐसा झूठा आरोप लगाने की हिम्मत करता है, तो इसे स्वीकार करना और चुप रहना असंभव है. मुंडे ने कहा कि दुख की बात है कि राजनीति इस स्तर पर पहुंच गई है.