निलंगा तहसील का मामला, गलत पहचान का मामला : पुलिस
मुंबई। महाराष्ट्र में लातूर जिले के निलंगा तहसील में दो समूहों के बीच झड़प के बाद एक शिक्षक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने रविवार को कहा कि यह गलत पहचान का मामला है। कासर सिरसी पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि यह झड़प शनिवार दोपहर औंधा गांव में बाबा साहब आंबेडकर की जयंती के अवसर पर निकाले गए जुलूस के सिलसिले में हुई। बाबा साहब आंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को मनाई जाती है।
जुलूस निकाले जाने के दौरान हुई घटना
उन्होंने बताया, ‘‘विवाद शुक्रवार को जुलूस निकाले जाने के दौरान हुआ। फिर शनिवार को उसी घटना को लेकर बहस हुई, जो झड़प में तब्दील हो गई। उस समय अपने खेत में काम कर रहे बादुर गांव के शिक्षक गुरुलिंग अशोक हसद्रे (38) पर एक समूह ने प्रतिद्वंद्वी गुट का सदस्य समझकर हमला कर दिया।’’
10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
उप निरीक्षक अजय पाटिल ने कहा,‘‘गंभीर रूप से घायल हसद्रे की बाद में मौत हो गई। हमने 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से एक की पहचान नहीं हो पाई है। इनमें से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है।
सीएम ने दिए निर्देश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस तरह की घटनाओं को अंकुश में लाने के लिए सतर्क रहने के लिए कहा है। पहलगाम की घटना के बाद से देशभर में केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर अवैध रूप से रह रहे लोगों को बाहर निकालने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में महाराष्ट्र में भी कई पाकिस्तानियों को उनके वतन लौटने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इस मामले में सख्ती बरती जा रही है।