4 अप्रैल 2025 को प्रमुख अभिनेता और निर्देशक मनोज कुमार का 87 साल की उम्र में मुंबई के एक चिकित्सालय में निधन हो गया। देशभक्ति सिनेमा के लिए पहचाने जाने वाले इस ऐक्टर को लोग प्यार से ‘भारत कुमार’ कहते थे।
उनकी मूवी पूरब और पश्चिम, उपकार, रोटी कपड़ा और मकान जैसी उत्कृष्ट आज भी दर्शकों के दिलों में ज़िंदा हैं।
मनोज कुमार और शशि गोस्वामी की मूवी लव स्टोरी
मनोज कुमार की भार्या शशि गोस्वामी से पहली मुलाकात दिल्ली में एक मित्र के मकान पर हुई थी। इंटरव्यू में मनोज कुमार ने बताया था कि प्रथम बार देखते ही वह शशि को दिल दे बैठे।
“भगवान की कसम, मैंने कभी किसी लड़की को गलत नजर से नहीं देखा, लेकिन शशि में कुछ अलग था…”
रिश्ते की गहराई और विवाह
करीब डेढ़ साल तक एक-दूसरे को दूर से देखने के बाद, दोनों ने दोस्ती से होते हुए मोहब्बत की राह पकड़ी। कुटुंब की विरोध के बावजूद उन्होंने विवाह की और साथ जीवन बिताया।
लाइमलाइट से दूर रही शशि, लेकिन बनी प्रेरणा
विवाह से पहले शशि को अभिनय के प्रस्ताव मिले, लेकिन मनोज कुमार के कहने पर उन्होंने सिनेमा से दूरी बनाए रखी। हालांकि, उन्होंने रेडियो नाटकों में काम किया और अपने पति के करियर में परदे के पीछे से समर्थन दिया।

दो बेटे, लेकिन अलग राह
मनोज और शशि गोस्वामी के दो बेटे — विशाल और कुणाल गोस्वामी हुए।
- विशाल गोस्वामी: सिनेमा निर्माता बने।
- कुणाल गोस्वामी: क्रांति (1981) में श्रीदेवी के साथ नज़र आए लेकिन कामयाब करियर नहीं बना सके।
बाद में कुणाल ने सिनेमा को अलविदा कहकर रेस्तरां व्यापार में कदम रखा और वहां कामयाब हुए।
मनोज कुमार की विरासत
देशभक्ति की भावना को फिल्मी पर्दे पर उतारने वाले मनोज कुमार का नाम हमेशा सम्मान के साथ लिया जाएगा। उनकी सिनेमा और निजी जिंदगी की कहानी दोनों ही प्रेरणात्मक हैं।
निष्कर्ष:
मनोज सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि भारत के प्रति प्रेम का प्रतीक थे। उनकी जीवन सफर और प्रेम कहानी दर्शकों के दिल में हमेशा ज़िंदा रहेगी।