संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई 2025 को शुरू हुआ, और इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित किया।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इसे “विजयोत्सव” करार दिया, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर(Operation Sindoor), भारत की सैन्य शक्ति, आर्थिक प्रगति और अंतरिक्ष(Space) उपलब्धियों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह सत्र राष्ट्रीय एकता और प्रगति का प्रतीक है। पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर गर्व जताया, जिसमें भारतीय सेना ने 22 मिनट में आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर 100% लक्ष्य हासिल किया।
पूरी दुनिया भारत की सैन्य शक्ति देख रही है
उन्होंने कहा, “पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति देखी है। वैश्विक नेता ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों में रुचि दिखा रहे हैं।” यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। मोदी ने सभी दलों के सांसदों की सराहना की, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद वैश्विक मंचों पर भारत का पक्ष रखा।
2014 में भारत ‘फ्रैजाइल फाइव’ में था- मोदी
उन्होंने आर्थिक प्रगति पर भी प्रकाश डाला, कहा कि 2014 में भारत ‘फ्रैजाइल फाइव’ में था, लेकिन अब यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने महंगाई दर को 2% तक लाने का उल्लेख किया, जो आम लोगों के लिए राहतकारी है। इसके अलावा, उन्होंने जल संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में जल भंडारण क्षमता तीन गुना बढ़ी है, जो किसानों और अर्थव्यवस्था के लिए लाभकारी है
“लाल गलियारे अब हरे-भरे विकास क्षेत्र बन रहे हैं।”
मोदी ने अंतरिक्ष उपलब्धियों का जिक्र किया, जिसमें शुभांशु शुक्ला द्वारा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर तिरंगा फहराया जाना शामिल है। उन्होंने इसे हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताया। साथ ही, नक्सलवाद के खिलाफ कार्रवाई को रेखांकित करते हुए कहा कि “लाल गलियारे अब हरे-भरे विकास क्षेत्र बन रहे हैं।”
- “आज हमारे सुरक्षा बल एक नए आत्मविश्वास और नक्सलवाद को समाप्त करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आज कई जिले नक्सलवाद से मुक्त हैं। हमें गर्व है कि भारतीय संविधान नक्सलवाद के विरुद्ध विजयी हो रहा है। ‘लाल गलियारे’ ‘हरित विकास क्षेत्रों’ में बदल रहे हैं।”
- “2014 से पहले देश में एक समय ऐसा था जब मुद्रास्फीति की दर दोहरे अंकों में थी। आज, यह दर घटकर लगभग दो प्रतिशत रह जाने से, देश के आम लोगों के जीवन में राहत और सुविधा आई है। 25 करोड़ गरीब लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं, जिसकी सराहना दुनिया की कई संस्थाएं कर रही हैं।”
- “पहलगाम में हुए क्रूर अत्याचार और नरसंहार ने पूरे विश्व को हिलाकर रख दिया है। दलगत स्वार्थ को परे रखकर, देशहित में, हमारे अधिकांश दलों के प्रतिनिधियों ने, दुनिया के अनेक देशों में जाकर, एक स्वर में, पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने का एक बहुत ही सफल अभियान चलाया। मैं उन सभी सांसदों की, सभी दलों की, राष्ट्रहित में किए गए इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए सराहना करना चाहता हूं और इससे देश में एक सकारात्मक माहौल बना है।”
उन्होंने सभी दलों से राष्ट्रीय हित में एकजुटता का आह्वान किया, कहा, “दल के हित में बल मिले या न मिले, देश के हित में मन जरूर मिलना चाहिए।” हालांकि, विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम हमले और बिहार के SIR जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग की है, जिसके कारण सत्र में हंगामे की आशंका है।
येभी पढ़ें : Parliament : संसद में कौन पेश कर सकता है बिल?