आदिलाबाद। एक अनूठी पहल के तहत, पुलिस ने छात्राओं को साहस, आत्मविश्वास और आत्मरक्षा कौशल से सशक्त बनाने के लिए ‘ऑपरेशन ज्वाला (Operation Jwala) ‘ शुरू किया है। छात्राओं को मार्शल आर्ट और कराटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें। पुलिस अधीक्षक अखिल महाजन ने शुक्रवार को यहां महात्मा ज्योतिबा फुले आवासीय महाविद्यालय परिसर में ऑपरेशन ज्वाला का औपचारिक उद्घाटन किया। महाजन ने छात्राओं के लिए आत्मरक्षा के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस (Police) विभाग संकट के समय में हमेशा लड़कियों के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ज्वाला उन्हें आत्मरक्षा की शक्ति विकसित करने में मदद करने के लिए एक सक्रिय कदम था।
छोटी उम्र से ही लड़कियों में भावनात्मक मजबूती और आत्मनिर्भरता का निर्माण करना पहल का उद्देश्य
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन ज्वाला के तहत प्रशिक्षण से महात्मा ज्योतिबा फुले संस्थान के लगभग 500 छात्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया, ‘इस पहल का उद्देश्य छोटी उम्र से ही लड़कियों में भावनात्मक मजबूती और आत्मनिर्भरता का निर्माण करना है। इस प्रशिक्षण से छात्राओं और युवतियों में विकट परिस्थितियों में आत्मरक्षा का आत्मविश्वास पैदा होगा। यह भी उम्मीद है कि इस तरह के कार्यक्रम महिलाओं को विपरीत परिस्थितियों का साहसपूर्वक सामना करने के लिए तैयार करके उनके खिलाफ अपराधों को कम करने में योगदान देंगे।’
कराटे प्रशिक्षण सत्र जिले के सभी स्कूलों में शुरू किए जाएँगे
आईपीएस अधिकारी ने आगे बताया कि कराटे प्रशिक्षण सत्र जिले के सभी स्कूलों में शुरू किए जाएँगे। यह कार्यक्रम सरकारी और निजी दोनों तरह के प्रशिक्षित कराटे प्रशिक्षकों के सहयोग से संचालित किया जाएगा। छात्राओं के लिए हर शाम एक घंटे की विशेष प्रशिक्षण कक्षाएं आयोजित की जाएँगी। उन्होंने सभी छात्राओं से इस अवसर का भरपूर लाभ उठाने का आग्रह किया और उन्हें आश्वस्त किया कि ज़िला शिक्षा विभाग की टीमें हमेशा सहायता के लिए उपलब्ध हैं। उन्होंने छात्राओं को सलाह दी कि किसी भी आपात स्थिति में डायल 100 पर कॉल करने या आदिलाबाद शिक्षा विभाग की टीम से सीधे संपर्क करने में संकोच न करें। उन्होंने कार्यक्रम के क्रियान्वयन में सहयोग के लिए ज़िला शिक्षा विभाग की टीम का आभार व्यक्त किया।

मार्शल आर्ट के जनक कौन थे?
इसका कोई एक जनक नहीं है, क्योंकि यह विभिन्न संस्कृतियों में विकसित हुआ। हालांकि, चीन में बोधिधर्म (Bodhidharma) को पारंपरिक शाओलिन मार्शल आर्ट का जनक माना जाता है।
मार्शल आर्ट का इतिहास क्या है?
इसका इतिहास हजारों साल पुराना है, जो आत्मरक्षा, युद्ध कला और शारीरिक फिटनेस के रूप में भारत, चीन, जापान और कोरिया में विकसित हुआ। बोधिधर्म ने इसे चीन में फैलाया।
दुनिया का सबसे बड़ा मार्शल आर्टिस्ट कौन है?
दुनिया के सबसे प्रसिद्ध मार्शल आर्टिस्ट में ब्रूस ली का नाम सर्वोपरि है। उन्होंने मार्शल आर्ट को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया और अपनी शैली “Jeet Kune Do” विकसित की।
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