Mathura का सफर आसान करने की बड़ी योजना
Mathuraऔर वृंदावन आने-जाने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। अब मथुरा का सफर आसान होने जा रहा है, क्योंकि यमुना एक्सप्रेस वे और दिल्ली-आगरा हाईवे को जोड़ने की बहुप्रतीक्षित योजना को मंजूरी मिल गई है। 1 अप्रैल 2025 को इस परियोजना को हरी झंडी दिखाई गई, जिसके तहत 1645.72 करोड़ रुपये की लागत से 15 किलोमीटर लंबा 6 लेन का लिंक रोड बनाया जाएगा। यह कदम न सिर्फ यात्रियों के लिए राहत लेकर आएगा, बल्कि मथुरा के ट्रैफिक जाम की समस्या को भी कम करेगा।

योजना की मुख्य बातें
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की इस परियोजना के तहत यमुना एक्सप्रेस वे के 101वें किलोमीटर से दिल्ली-आगरा हाईवे पर जैंत के पास यह रोड जोड़ा जाएगा। इस रास्ते में यमुना नदी पर एक नया पुल भी बनाया जाएगा, जो कनेक्टिविटी को और बेहतर करेगा। परिषद के सीईओ और Mathura-वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि यह योजना करीब तीन साल पहले तैयार की गई थी, और अब वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी दिन इसे मंजूरी मिली। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) जल्द ही पहले चरण में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेगा।
Mathuraका सफर आसान क्यों जरूरी?
Mathura और वृंदावन धार्मिक पर्यटन के बड़े केंद्र हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर और अन्य तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए आते हैं। लेकिन मौजूदा सड़क मार्गों पर भारी ट्रैफिक और जाम की वजह से यात्रियों को परेशानी होती है। इस नई सड़क के बनने से नोएडा, दिल्ली और आगरा से Mathuraतक का सफर तेज और सुविधाजनक हो जाएगा। खास तौर पर त्योहारों के मौसम में यह रोड श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित होगी।
स्थानीय लोगों और पर्यटन को फायदा
इस परियोजना से न सिर्फ मथुरा का सफर आसान होगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन बढ़ने से होटल, दुकान और ट्रांसपोर्ट से जुड़े कारोबारियों को फायदा होगा। साथ ही, यह रोड मथुरा को औद्योगिक और व्यावसायिक रूप से भी मजबूत करेगा, क्योंकि बेहतर कनेक्टिविटी से निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी।