हिमालय की गोद में बसा स्वर्ग
मैक्लोडगंज हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला के पास स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां की गर्मियां सुहावनी होती हैं।
मैक्लोडगंज, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित एक छोटा सा मगर बेहद सुंदर हिल स्टेशन है, जिसे ‘लिटिल ल्हासा’ भी कहा जाता है। यह स्थान तिब्बती संस्कृति, शांति और प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
बर्फ से ढके पहाड़ों का नजारा
त्रिउंड ट्रेक: रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का संगम
त्रिउंड हिल से दिखाई देने वाला धौलाधार पर्वत श्रृंखला का दृश्य आंखों में बस जाने लायक होता है। यह ट्रेक एडवेंचर प्रेमियों के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है।
झरनों की संगीत-लहरी
– भागसूनाग झरना: प्रकृति की गोद में एक शांत स्थान
यहां का भागसूनाग झरना पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इसकी ठंडी और साफ जलधारा मन को सुकून देती है।
बौद्ध संस्कृति की झलक
नामग्याल मोनास्ट्री: ध्यान और आत्मशांति का केंद्र
यह तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का निवास स्थल है और बौद्ध धर्म की शांति से सराबोर वातावरण का अनुभव यहां लिया जा सकता है।
काफे और कल्चर
– पहाड़ी कॉफी हाउस से लेकर तिब्बती बाजार तक
मैक्लोडगंज में घूमते हुए लोकल तिब्बती बाजार, हैंडमेड क्राफ्ट्स, और स्थानीय काफे किसी भी यात्रा को यादगार बना देते हैं।
मौसम का जादू
हर मौसम में अलग रंग
गर्मी में ठंडक, मानसून में हरियाली, और सर्दी में बर्फबारी – मैकलोडगंज हर मौसम में नया अनुभव देता है।
योग और मेडिटेशन हब
यहां कई आश्रम और योग केंद्र हैं, जहां आत्मिक शांति पाने वाले यात्री सुकून का अनुभव करते हैं।
निष्कर्ष: एक बार नहीं, बार-बार जाने लायक जगह
मैक्लोडगंज सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि एक एहसास है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती, संस्कृति और शांति, हर यात्री के दिल में हमेशा के लिए बस जाती है।