पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चैकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उसे भारत प्रत्यर्पण की तैयारियां की जा रही है। वास्तव में हुल चोकसी को शनिवार, 12 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें आगे की न्यायिक प्रक्रिया की प्रतीक्षा में हिरासत में रखा गया है। उन्हें उनके कानूनी वकील तक पहुंच की सुविधा दी गई है।”हालांकि, बेल्जियम के अधिकारियों ने इस मामले से जुड़ी अन्य जानकारी देने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि व्यक्तिगत मामलों में उनके मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत अधिक जानकारी साझा नहीं की जाती है।
पंजाब नेशनल बैंक को 13,850 करोड का नुक्सान पहुंचाया

65 वर्षीय मेहुल चोकसी, जो 2 जनवरी 2018 को भारत से फरार हो गया था। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को 13,850 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के आरोप में CBI और ED द्वारा वांछित है। इस धोखाधड़ी में उनका भतीजा नीरव मोदी भी शामिल था।आरोप है कि चोकसी ने अपने सहयोगियों और PNB के अधिकारियों के साथ मिलकर 2014 से 2017 के बीच धोखाधड़ी की। उन्होंने PNB से फर्जी तरीके से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) और फॉरेन लेटर ऑफ क्रेडिट (FLC) हासिल किए, जिससे बैंक को 6,097.63 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बेल्जियम में भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी मोदी सरकार के तहत भारतीय कूटनीति की जीत है।
यह भारत के लिए गर्व की बात“
पूर्व राजनयिक केपी फैबियन ने कहा कि मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण एक बड़ी उपलब्धि होगी, लेकिन इसमें लंबा समय लग सकता है। उन्होंने अमेरिका से 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के हालिया प्रत्यर्पण का उदाहरण देते हुए कहा कि इसमें 17 साल लग गए थे, इसलिए चोकसी के मामले में भी जल्द प्रत्यर्पण की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
भारत प्रत्यर्पित करने पर मानवाधिकार का उल्लंघन
आज इससे पहले, व्यवसायी के वकील विजय अग्रवाल ने तर्क दिया कि यदि उनके मुवक्किल को भारत प्रत्यर्पित किया जाता है तो उनके “मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन” होगा।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री अग्रवाल ने कहा कि बचाव पक्ष प्रत्यर्पण का दो प्रमुख आधारों पर विरोध करेगा: पहला, यह मामला राजनीतिक है, और दूसरा, भारत में चोकसी की स्वास्थ्य स्थिति के लिए उचित इलाज को लेकर चिंता है।
उन्होंने कहा,उनके मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन होगा।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत प्रत्यर्पण के बाद चोकसी को उचित इलाज नहीं मिलेगा और क्या उन्हें राजनीतिक दलों द्वारा परेशान किया जाएगा, तो श्री अग्रवाल ने कहा,
“यह एक प्रक्रिया है। मूल रूप से हम इसे दो आधारों पर चुनौती देंगे। यह एक राजनीतिक मामला है, और दूसरा, भारत में मानवाधिकार और स्वास्थ्य संबंधी चिंता है।”
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