अत्याधुनिक हथियारों की परेड
बीजिंग: चीन ने अपना 80वां विक्ट्री डे मनाने के लिए राजधानी बीजिंग(Beijing) में अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड का आयोजन किया। इस परेड में चीन ने दुनिया को अपनी बढ़ती सैन्य ताकत(Military Strength) दिखाई, जिसमें 100 से अधिक हथियार प्रणालियां, 45 से अधिक सैन्य टुकड़ियां और 100 से अधिक विमान शामिल थे।
इनमें से कई हथियार पहली बार दुनिया के सामने पेश किए गए, जिनकी सबसे खास बात यह थी कि वे ज्यादातर स्वदेशी तकनीक से विकसित किए गए थे। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जोर देकर कहा कि ये हथियार और विमान चीन की सैन्य ताकत(Military Strength) और बेहतर तकनीक का प्रमाण हैं।
परेड में बिना पायलट के चलने वाले फाइटर जेट्स, पानी के भीतर चलने वाले ड्रोन और अंतरिक्ष में हमला करने वाली मिसाइलें भी प्रदर्शित की गईं, जो चीन की सैन्य प्रौद्योगिकी में एक बड़ा कदम मानी जा रही हैं।
नई मिसाइलें और रॉकेट लॉन्चर सिस्टम
परेड में चीन ने अपनी नई मिसाइल और रॉकेट लॉन्चर(Rocket Launcher) प्रणालियों का प्रदर्शन किया। इनमें PHL-16 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर (जिसे PCL-191 भी कहा जाता है) शामिल था, जिसे अमेरिकी HIMARS सिस्टम के जवाब में बनाया गया है। इसके अलावा, नौसैन्य ताकत(Military Strength) बढ़ाने के लिए YJ-15, YJ-17, YJ-19 और YJ-20 मिसाइलें भी पहली बार प्रदर्शित की गईं, जिन्हें विशेष रूप से जहाजों पर हमला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये मिसाइलें दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी नौसेना के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती हैं।
परेड में CJ-1000 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल और DF-26D ‘गुआम किलर’ एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल को भी दिखाया गया, जिन्हें अमेरिकी सैन्य अड्डों और विमान वाहक पोतों को निशाना बनाने के लिए विकसित किया गया है।
उन्नत वायु और बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणालियां
चीन ने अपनी बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कई नई प्रणालियों को पेश किया। इनमें HQ-29 एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल (ABM) प्रणाली शामिल है, जिसे चीन की तीन-स्तरीय मिसाइल रक्षा प्रणाली का शीर्ष हिस्सा माना जाता है। इसके साथ, HQ-20 वायु रक्षा प्रणाली, HQ-22A मीडियम-से-लंबी दूरी की प्रणाली, और HQ-9C लंबी दूरी की सतह-से-हवा मिसाइल को भी दिखाया गया।
इनमें से प्रत्येक प्रणाली की अपनी विशिष्ट क्षमताएं हैं, जैसे कि HQ-22A की बेहतर इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटरमेज़र्स और HQ-9C की लंबी रेंज। इसके अलावा, HQ-19 एंटी-बैलिस्टिक और एंटी-सैटेलाइट मिसाइल को भी प्रदर्शित किया गया, जो अमेरिकी THAAD सिस्टम के समान है और बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम है।
अगली पीढ़ी के ड्रोन, विमान और टैंक

परेड में चीन की अगली पीढ़ी के सैन्य उपकरणों को भी दिखाया गया। इनमें पानी के अंदर चलने वाले AJX002 ड्रोन शामिल थे, जिन्हें निगरानी और संभावित हमले के लिए डिज़ाइन किया गया है।
हवाई क्षेत्र में, बिना पायलट के ऑपरेट होने वाले फाइटर जेट्स, जासूसी ड्रोन और मानवरहित हेलीकॉप्टर प्रदर्शित किए गए। इन ड्रोनों को झुंड बनाकर काम करने और छिपकर हमला करने की क्षमता के लिए विकसित किया गया है।
साथ ही, चीन ने अपना नया टाइप 99B मेन बैटल टैंक भी पेश किया, जो टाइप 99 सीरीज का एक उन्नत संस्करण है। परेड में J-15T, J-15DH और J-35 जैसे स्वदेशी रूप से विकसित कैरियर-आधारित विमान भी शामिल थे, जो चीन के विमानवाहक पोतों की क्षमताओं को बढ़ाएंगे।
चीन ने अपनी सैन्य परेड में कौन-कौन से प्रमुख नए हथियार और उपकरण पेश किए?
अपनी परेड में चीन ने अंतरिक्ष में हमला करने वाली मिसाइल, बिना पायलट के उड़ने वाले फाइटर जेट्स, पानी के अंदर चलने वाले ड्रोन, PHL-16 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर और HQ-29 एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली जैसे आधुनिक उपकरण पेश किए।
ये नए हथियार चीन ने क्यों विकसित किए हैं?
इन हथियारों को अपनी सैन्य ताकत और तकनीकी क्षमताओं को बेहतर दिखाने के लिए विकसित किया है। इनमें से कई हथियार अमेरिका और उसके सहयोगियों की नौसेना और सैन्य ठिकानों को चुनौती देने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
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